Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के झटके के एक साल बाद फिर पटरी पर आया अडाणी समूह

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 24 जनवरी 2024 (18:29 IST)
नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडाणी समूह में खलबली मच गई थी। हालांकि करीब एक साल बाद काफी हद तक समूह उबरा है। बता दें कि रिपोर्ट में लगाए गए कई आरोपों से अडाणी समूह की कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में तगड़ी गिरावट आ गई थी।

क्‍या था मामला : अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग एवं शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी, 2023 को जारी एक रिपोर्ट में अडाणी समूह की कंपनियों पर शेयरों के भाव में हेराफेरी और वित्तीय गड़बड़ियां करने के आरोप लगाए थे। हालांकि, समूह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया था।

150 अरब डॉलर तक की गिरावट: हिंडनबर्ग की तरफ से लगाए गए आरोपों की वजह से समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली होने लगी थी। निवेशकों का भरोसा कम होने से समूह के सम्मिलित बाजार मूल्यांकन में एक समय लगभग 150 अरब डॉलर तक की गिरावट आ गई थी।

गिर गया था अडाणी की अमीरी का ग्राफ : बता दें कि इस दौरान अडाणी समूह के मुखिया गौतम अडाणी की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में स्थान भी काफी गिर गया था। जबकि रिपोर्ट आने से पहले अडाणी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे। इसके अलावा हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आधार पर नियामकीय जांच का दौर भी शुरू हो गया था।

ऐसे प्रतिकूल माहौल में भी अडाणी अपने समूह को पटरी पर लाने में एक हद तक सफल रहे हैं। समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों में से कुछ अपने घाटे की भरपाई करने में सफल रही हैं।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, अडाणी समूह का इस समय कुल बाजार पूंजीकरण करीब 14.52 लाख करोड़ रुपये है। हालांकि, यह हिंडनबर्ग रिपोर्ट से पहले के 19.23 लाख करोड़ रुपए के पिछले रिकॉर्ड से अब भी करीब 24 प्रतिशत कम है।

अंतिम सत्यनहीं रिपोर्ट: समूह को बाजार में अपना प्रदर्शन सुधारने में कारोबारी रणनीतियों के अलावा उच्चतम न्यायालय की टिप्पणियों से भी मदद मिली है। शीर्ष अदालत ने कहा था कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को ‘भरोसेमंद’ नहीं माना जा सकता है और न ही मीडिया रिपोर्टों को ‘अंतिम सत्य’ माना जाना चाहिए।

हिंडनबर्ग रिसर्च चुनिंदा शेयरों पर दांव लगाने और अपनी शोध रिपोर्ट जारी होने के बाद उसकी कीमत गिरने पर शॉर्ट सेलिंग से लाभ कमाने की की रणनीति अपनाती रही है। अडाणी समूह से पहले वह कई कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट लाने में सफल भी रही थी। हिंडनबर्ग ने ट्विटर के खिलाफ भी रिपोर्ट जारी की थी।

अडाणी ने फिर लगाई छलांग : समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी एक बार फिर अमीरों की सूची में 14वें स्थान पर पहुंच गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक अडाणी की संपत्ति लगभग 91 अरब डॉलर है। 99.3 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी 12वें स्थान पर हैं।
Edited By : Navin Rangiyal

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

महाराष्ट्र में कौन बनेगा मुख्यमंत्री, सस्पेंस बरकरार, क्या BJP फिर लेगी कोई चौंकाने वाला फैसला

संभल हिंसा पर कांग्रेस का बयान, बताया BJP-RSS और योगी आदित्यनाथ की साजिश

Delhi Pollution : दिल्ली में प्रदूषण घटा, 412 से 318 पर पहुंचा AQI

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

Maharashtra Assembly Election Results 2024 : महाराष्ट्र में हार शरद पवार ने तोड़ी चुप्पी, EVM को लेकर दिया बयान

આગળનો લેખ
Show comments