लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के अनमोल और क्रांतिकारी विचार पढ़ें।
- यदि भगवान भी छुआछूत को मानते हैं, तो मैं उन्हें भगवान नहीं कहूंगा।
- स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा।
- कमजोर ना बने, शक्तिशाली बनें और यह विश्वास रखें की भगवान हमेशा आपके साथ है।
- आपका लक्ष्य किसी जादू से नहीं पूरा होगा, बल्कि आपको ही अपना लक्ष्य प्राप्त करना पड़ेगा।
- जब लोहा गरम हो तभी उस पर चोट कीजिए, आपको निश्चित ही सफलता का यश प्राप्त होगा।
- मनुष्य का प्रमुख लक्ष्य भोजन प्राप्त करना ही नहीं हैं। एक कौवा भी जीवित रहता है और जूठन पर पलता है।
- महान उपलब्धियां कभी भी सरलता से नहीं मिलती और सरलता से मिली उपलब्धियां महान नहीं होतीं।