Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

बेटों के लिए वर्षों से तरसती माँ! (वीडियो)

कीर्ति राजेश चौरसिया
छतरपुर (मध्य प्रदेश)। माँ आखिर माँ होती है और माँ सा दुनिया में दूसरा कोई नहीं होता। प्रत्‍येक व्‍यक्ति के जीवन में माँ का जिक्र लाजमी है। जिला अस्पताल छतरपुर में भर्ती एक वृद्धा अपने बच्चों के लिए बिलख यही है, जिसका रो-रो कर बुरा हाल है। वह अपने बच्चों को देख़ने के लिए तड़प और तरस रही है।


हम बात कर रहे हैं जिला अस्पताल छतरपुर में भर्ती एक 75-80 वर्षीय वृद्धा की जो पिछले 7 वर्षों से वृद्धाश्रम में रह रही है। वह बीमारी के चलते जिला अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में भर्ती है। यह वृद्धा अपने बच्चों के लिए बिलख यही है, जिसका रो-रो कर बुरा हाल है। वह अपने बच्चों को देख़ने के लिए तड़प और तरस रही है।
वृद्धा शांति सोनी का कहना है कि वह गंभीर बीमार थी बावजूद इसके वृद्धाश्रम वाले उसका इलाज नहीं करा रहे थे, बल्कि बीमारी का बताने पर वह दुत्कार देते हैं और कहते हैं कि हम तुम्हें खिला-पिला रहे हैं बस इतना ही काफी है। बीमारी का इलाज कराना हमारा कोई काम नहीं है।

यही कारण है अब वह खुद वृद्धाश्रम से निकलकर जिला अस्पताल परिसर में में बने मंदिर तक जा पहुंची, जहां मरणासन्न और बेहोशी की हालत में उसे देख अस्पताल के कर्मचारी रोहित सोनी को तरस आ गया, जहां उसने वरिष्‍ठ अधिकारियों के सान्निध्य में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया, जिससे वह बमुश्किल बच सकी।

कर्मचारी रोहित सोनी का कहना है कि अस्पताल में भर्ती शांतिबाई पिछले कई वर्षों से वृद्धाश्रम में रह रही है। उसके 2 बेटे भी हैं पर उसे कभी कोई देखने तक नहीं आया, वह बीमार है और ज़िन्दगी की दुआएं मांग रही है, बावजूद उसका कोई नहीं है, वह अपने बेटों की एक झलक के लिए तरस रही है।

वृद्धा शांति बाई का कहना है कि उसके बेटे तो उसे रखना भी चाहते हैं, लेकिन बहू की वजह से नहीं रह पाती है। एक बार बेटों ने मुझे रखा भी तो बहू कुएं में गिर गई थी। बहू बेटों से कहती है कि अगर तुमने अपनी माँ को अपने साथ रखा तो मैं फिर से कुँए में गिर जाऊंगी, इसलिए अब मुझे अपने बेटों के पास नहीं रहना (सिर्फ उन्हें देखना भर है) मुझे बुढ़ापे में डंडे नहीं खाना, न ही जेल जाना है। मेरी बहू बहुत खतरनाक है।

मामला चाहे जो भी हो पर इस महिला की तरसती और डबडबाई आंखें अपने बच्चों को दिल से पुकार रही हैं, पर बच्चे हैं कि पत्नियों के डर से माँ से मिलने और आने का नाम ही नहीं ले रहे, जो कि वर्षों से इसी तरह  रो-रो कर ज़िन्दगी गुज़ार रही है।

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

सभी देखें

नवीनतम

Bitcoin Scam : आरोपी गौरव मेहता पर CBI ने कसा शिकंजा, पूछताछ में खुलेंगे कई राज

LIVE: अडाणी मामले पर अमेरिका का पहला बयान, आरोपों का भारत अमेरिकी रिश्ते पर असर नहीं

Weather Update : मौसम ने बदला रंग, कई राज्‍यों में ठंड ने दी दस्‍तक, प्रदूषण की चपेट में दिल्‍ली

मणिपुर पर नड्डा का खरगे को जवाब, कांग्रेस के आरोप झूठे और राजनीति से प्रेरित

सहारनपुर में शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव, टूटा C2 कोच का कांच

આગળનો લેખ
Show comments