भोपाल। मध्यप्रदेश के गुना में दलित किसान परिवार से पुलिस की बर्बरता की घटना सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी कार्रवाई की है। घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं जो भी इस घटना में दोषी है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।
दरअसल गुना में मंगलवार को जमीन पर कब्जा हटाने के विवाद में पुलिस ने एक दलित किसान की बेरहमी से पिटाई कर दी थी। पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ किसान दंपत्ति ने खेत में ही कीटनाशक खाकर जान देने की कोशिश भी की थी।
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद शिवराज सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा शिवराज सरकार प्रदेश को कहां ले जा रही है. ये कैसा जंगलराज है। उधर पुलिस की बर्बरता का वीडियो सोशल मीडिया ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रहा है।
ट्विटर पर लोग जमकर शिवराज सरकार औऱ पुलिस को कोस रहे है और उसकी आलोचना कर रहे है। विपक्ष के लगातार हमलावर होने के बाद हरकत में आई सरकार ने अब पूरे मामले पर बड़ी कार्रवाई की है।
क्या है पूरा मामला – गुना में मंगलवार को साइंस कॉलेज के लिए दी गई जमीन से कब्जा हटाने के दौरान पुलिस ने एक दलित किसान की बेरहमी से पिटाई की। जमीन से कब्जा हटाने के लिए पहुंचे सरकारी अमले के सामने दलित किसान अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अपनी फसल को बचाने के लिए गिड़गिड़ाने लगा लेकिन जब मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने नहीं सुनी तो दंपत्ति ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या का प्रयास किया।
पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री इस मामले में कलेक्टर और एसपी को हटाते हुए घटना की जांच करने के लिए एक टीम को भोपाल से गुना भेजा है।