Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

साल 2021 की शुरुआत में जिताई ट्रॉफी, अंत में पंत तोड़ सकते हैं धोनी का यह रिकॉर्ड

Webdunia
शुक्रवार, 24 दिसंबर 2021 (19:03 IST)
साल 2021 में अगर कोई क्रिकेटर उभर कर आया है तो वह है ऋषभ पंत। जनवरी 2021 में उन्होंने दो अहम पारियां खेलकर भारत को बोर्डर गावस्कर ट्रॉफी जिताई थी और इसके बाद ऋषभ पंत का कद भारतीय क्रिकेट में अलग स्तर पर पहुंच गया।

अब साल 2021 के अंत में ऋषभ पंत महेंद्र सिंह धोनी का एक रिकॉर्ड तोड़ने के मुहाने पर खड़े है। धोनी ने 36 टेस्ट मैचों में विकेट के पीछे 100 कैच लिए थे। लेकिन पंत ने अभी 25 टेस्ट ही खेले हैं और विकेट के पीछे 97 कैच ले चुके हैं।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरु होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट में वह धोनी के पार आसानी से जा सकते हैं। एक टेस्ट मैच में यह कारनामा ऋषभ पंत आसानी से कर सकते हैं और विकेट के पीछे सबसे तेज 100 शिकार करने वाले भारतीय विकेटकीपर बन सकते हैं। उन्हें शायद ही अगले साल का इंतजार करना पड़े

टेस्ट क्रिकेट में वैसे भी विकेटकीपर के पास कैच पहुंचने की ज्यादा संभावना रहती है और दक्षिण अफ्रीका जैसी उछाल भरी पिचों पर तो यह संभावना और ज्यादा हो जाती है।

धोनी के बाद विकेट के पीछे सबसे तेज 100 शिकार करने वाले विकेटकीपर हैं ऋद्दीमान साहा जिन्होंने 37 टेस्ट मैचों में 100 कैच या स्टंपिंग की थी। उनके बाद किरण मोरे, नयन मोंगिया और सैयद किरमानी का नंबर आता है।

बोर्डर गावस्कर सीरीज से पलट गई पंत की किस्मत

खराब फॉर्म से जूझ रहे ऋषभ पंत के लिए टीम इंडिया तक दूर दूर तक जगह नहीं थी लेकिन नवंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया की धरती पर अभ्यास 4 दिनी मैच के दौरान उन्होंने तेज शतक बनाया लेकिन उन्हें फिर भी नजर अंदाज किया गया।

लेकिन जनवरी 2021 उनके लिए खुशखबरी लेकर आया। इस महीने उन्होंने टीम में अपनी छवि बदल दी। वह भी चोटिल होने के बावजूद उन्होंने यह कारनामा दिखाया। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीसरे  टेस्ट के दौरान ऋषभ पंत को बल्लेबाजी के दौरान बायीं कोहनी में चोट लगी। उन्हें स्कैन के लिए ले जाया गया है। आईसीसी नियमों के तहत रिजर्व विकेटकीपर रिधिमान साहा ने उनकी जगह ली।

पंत को पैट कमिंस की शॉर्ट गेंद पर पूल शॉट खेलते समय चोट लगी। वह पट्टी बांधकर दोबारा मैदान पर लौटे लेकिन उस तेजी से रन नहीं बना सके। जोश हेजलवुड की गेंद पर वह विकेट के पीछे कैच देकर लौटे।

लेकिन अगली पारी में उन्होंने दिखा दिया कि वह टीम इंडिया का भविष्य हैं। हालांकि पंत अपना शतक मात्र 3 रन से चूक गए। उन्होंने 118 गेंद में 97 रन बनाए जिसमें 12 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। यह मैच पंत के कारण भारत ड्रॉ करा पाया।

इसके बाद चौथे टेस्ट में उन्होंने इससे बड़ा कारनामा करके दिखाया। 300 से अधिक के लक्ष्य का पीछा कर रही टीम इंडिया अंतिम दिन पंत की धुंआधार पारी के कारण ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीत सकी। उन्होंने 118 गेंदो में 89 रन बनाए जिसमें 9 चौके और 1 छक्का शामिल था। विजयी चौका पंत ने ही लगाया।

पंत अपने इस प्रदर्शन के कारण आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ का पुरुस्कार जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए थे। यही नहीं एक विकेटकीपर के तौर पर उन्होंने सबसे अच्छी टेस्ट रैंकिंग हासिल की।

IPL 2021 में बने दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान

भारत इंग्लैंड सीरीज के दौरान कंधे में चोट के कारण श्रेयस अय्यर आईपीएल 2021 के पहले भाग में दिल्ली कैपिटल्स की टीम के साथ नहीं जुड़ पाए थे इस कारण ऋषभ पंत को दिल्ली कैपिटल्स का कप्तान बनाया गया था।

पंत ने पहले भाग में जबरदस्त कप्तानी के कारण अंक तालिका में टीम सबसे ऊपर पहुंच गयी थी। इस कारण मैनेजमेंट ने पंत को ही कप्तान बनाए रखना उचित समझा।पंत प्लेऑफ में पहुंची लेकिन पिछले सीजन की तरह फाइनल में नहीं पुहंच सकी।

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

बांग्लादेशी पुरुष क्रिकेटरों का भारतीय महिलाओं ने शॉल से किया स्वागत तो BCCI पर भड़के फैंस

पूरे Diamond League में ओलंपिक के इस कांस्य पदक विजेता से आगे नहीं निकल पाए नीरज चोपड़ा

बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए भारतीय क्रिकेटर्स बांह पर काली पट्टी बांध कर उतरें, फैंस ने की मांग

INDvsPAK हॉकी मैच में हूटर बजने से पहले आपस में भिड़े खिलाड़ी (Video)

INDvsBAN सीरीज को रद्द करने की मांग ने पकड़ा जोर, BCCI से नाराज फैंस

सभी देखें

नवीनतम

Commonwealth Games से बड़े खेलों को हटाया जाना निराशाजनक: पीटी उषा

INDvsNZ पुणे टेस्ट में 3 बदलाव पर गावस्कर ने कहा, 'घबराई हुई है टीम इंडिया'

पहले सत्र में अश्विन ने दिलाई 2 सफलता, रिव्यू ना लेते तो हो जाता नुकसान

गौतम गंभीर के बचाव करने के बाद भी के एल राहुल बाहर, फैंस ने उठाए सवाल

न्यूजीलैंड के खिलाफ मजबूती से खेलने की जरुरत, भारतीय कोच ने दिया बयान

આગળનો લેખ
Show comments