2019 विश्वकप के लिए भारतीय टीम में रायुडु को शामिल न किए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। नंबर चार पर अंबाती रायडू को लगातार खिलाया जा रहा था। लेकिन टीम में उनकी जगह विजय शंकर को शामिल कर लिया गया। वह भी तब जब रायुडु पिछले विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे और इस बार टीम में जगह बनाने के दावेदार माने जा रहे हैं। लेकिन वे चयनकर्ताओं को अंत में प्रभावित नहीं कर सके।
इस निर्णय की चौतरफा आलोचना हुई है। वह इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया सीरीज छोड़ दिया जाए तो रायडू ने लगातार नंबर चार और पांच पर भारत के लिए रन बनाए हैं। यही नहीं, अंबाती रायडू का पचास से ज्यादा मैच खेलने के बाद एवरेज 47 से ज्यादा का है। सबसे हैरानी की बात यह है कि न्यूजीलैंड दौरे पर इन्होंने सर्वाधिक रन बनाए थे। 5 मैचों मे रायडू ने 190 रन बनाए थे। इतना अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उनकी जगह विजय शंकर ले गए।
हालांकि चयनकर्ताओं ने सवाल के जवाब में कहा है कि 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कुछ मध्यक्रम के बल्लेबाजों को आजमाया गया और इस क्रम में दिनेश कार्तिक, श्रेयस अय्यर तथा मनीष पांडे शामिल थे। टीम इंडिया में रायडू को भी कुछ और मौके दिए लेकिन विजय शंकर को इसलिए अहमियत दी गई क्योंकि वह गेंदबाजी भी कर लेते हैं।प्रसाद ने यह भी कहा कि ऐसा नहीं है कि परिस्थितियां रायुडु के खिलाफ गई हैं बल्कि कुछ बातें शंकर के पक्ष में गई हैं।
ऐसे में चार नंबर को लेकर समस्या हो सकती है। विजय शंकर , केएल राहुल नंबर चार पर खेले नहीं है। अगर धोनी नंबर चार पर नहीं खेले तो समस्या हो सकती है।