नागपुर। भारत ने यदि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 की अग्रता हासिल की है तो इसमें विराट के अलावा सबसे बड़ा योगदान ऑलराउंडर विजय शंकर है, जो फाइनल ओवर में जरा भी नहीं घबराए और 3 गेंदों में 2 विकेट लेकर टीम इंडिया को 8 रन से रोमांचक जीत दिला दी।
मंगलवार को खेले गए दूसरे वन-डे मैच में जब तक मार्कस स्टोइनिस विकेट पर अंगद के पैर की तरह जम गए थे, तब तक लग रहा था कि मैच ऑस्ट्रेलिया की झोली में है। अंतिम 6 गेंदों पर ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 11 रन की दरकार थी। करोड़ों क्रिकेटप्रेमी सांस रोककर यही देखना चाहते थे कि विराट 50वां ओवर किससे डलवाएंगे?
फाइनल ओवर के लिए कयास लगाए जा रहे थे कि अनुभवी केदार जाधव के हाथों में गेंद सौंपी जा सकती है, लेकिन विराट ने ऑलराउंडर विजय शंकर पर भरोसा जताया। दिल थामकर स्टेडियम और टीवी पर दर्शक आने वाले रोमांच का इंतजार कर रहे थे।
विजय शंकर ने कमाल की यॉर्कर डाली और 52 रन पर खेल रहे मार्कस स्टोइनिस स्टंप के सामने पकड़े गए। अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट करार दिया। स्टोइनिस ने रिव्यू भी लिया, जो बेकार चला गया। विजय शंकर की पहली गेंद पर स्टोइनिस आउट हुए तो ड्रेसिंग रूप में उनके साथी खिलाड़ियों ने सिर पकड़ लिया।
240 रनों के कुल स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया का नौवां विकेट आउट हो चुका था। विजय शंकर के ओवर की दूसरी गेंद पर एडम जंपा ने 2 रन लिए। अब ऑस्ट्रेलिया जीत से 9 रन के फासले पर था। विजय शंकर ने तीसरी गेंद गुडलेंथ स्पॉड पर डाली जो जंपा के विकेट ले उड़ी।
इस तरह 49.3 ओवर में ऑस्ट्रेलियाई पारी 242 रनों पर धराशायी हो गई और जश्न में डूब गई टीम इंडिया। भारतीय क्रिकेटप्रेमी भी 3 गेंद शेष रहते 8 रन से मिली इस जीत पर रोमांच से आंदोलित हो उठे।
क्रिकेट में दखल रखने को बताना लाजमी है कि 28 साल के विजय शंकर के वन-डे क्रिकेट करियर का यह छठा मैच था और पहली बार उन्होंने 2 विकेट हासिल किए थे। यही नहीं, इसी मैच में उन्होंने 46 रन की पारी भी खेली थी और विराट कोहली (116) के साथ चौथे विकेट के लिए 81 रनों की कीमती साझेदारी भी निभाई थी।
इसमें कोई शक नहीं कि विजय शंकर के लिए मैच का 50वां ओवर उन्हें नायक भी बना सकता था और खलनायक भी। किस्मत की देवी शंकर पर मुस्कुरा रही थी। यही कारण है कि एक ही ओवर में ऑस्ट्रेलिया के 2 सूरमा बल्लेबाजों के विकेट लेकर वे पूरे देश के हीरो बन गए। (वेबदुनिया न्यूज)