Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

रद्दी टॉयलेट पेपर से पैदा की जा सकती है बिजली

Webdunia
रविवार, 17 सितम्बर 2017 (20:22 IST)
लंदन। रद्दी टॉयलेट पेपर के इस्तेमाल से नवीकरणीय बिजली पैदा की जा सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि दो चरणों वाली एक प्रक्रिया के जरिए ऐसा करना मुमकिन है और इसमें आवासीय इमारतों में लगाए जाने वाले सौर ऊर्जा पैनलों की कीमत के बराबर ही खर्च आएगा।
 
अगर इस प्रक्रिया को अपनाया जाता है तो इससे नगर निगम के कूड़ा जमा करने वाले क्षेत्रों के  अत्यधिक भर जाने की समस्या और जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता की समस्या को सुलझाया जा  सकता है।
 
रद्दी टॉयलेट पेपर को अकसर किसी काम का नहीं समझा जाता है। हालांकि यह कार्बन का एक  बेहतर स्रोत है और सूखा रहने पर इसमें 70 से 80 फीसदी सेलूलोस मौजूद होता है।
 
पश्चिमी यूरोप में हर साल प्रत्येक व्यक्ति द्वारा औसतन 10 से 14 किलोग्राम टॉयलेट पेपर  कचरे के तौर पर निकाला जाता है। नालों में जमा होने वाली इस रद्दी की मात्रा भले ही मामूली  हो लेकिन यह नगर निगम के कचरे का महत्त्वपूर्ण हिस्सा होता है।
 
यूनिवर्सिटी ऑफ एम्सटर्डम के शोधकर्ताओं के मुताबिक बिजली पैदा करने के लिए रद्दी टॉयलेट  पेपर का इस्तेमाल 'कबाड़ के पुनर्चक्रण पद्धति का सर्वश्रेष्ठ तरीका है।' (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

महाराष्ट्र चुनाव : NCP शरद की पहली लिस्ट जारी, अजित पवार के खिलाफ बारामती से भतीजे को टिकट

कबाड़ से केंद्र सरकार बनी मालामाल, 12 लाख फाइलों को बेच कमाए 100 करोड़ रुपए

Yuvraj Singh की कैंसर से जुड़ी संस्था के पोस्टर पर क्यों शुरू हुआ बवाल, संतरा कहे जाने पर छिड़ा विवाद

उमर अब्दुल्ला ने PM मोदी और गृहमंत्री शाह से की मुलाकात, जानिए किन मुद्दों पर हुई चर्चा...

सिख दंगों के आरोपियों को बरी करने के फैसले को चुनौती, HC ने कहा बहुत देर हो गई, अब इजाजत नहीं

सभी देखें

नवीनतम

भारत के 51वें CJI होंगे जस्टिस संजीव खन्ना, 11 नवंबर को लेंगे शपथ

चीन के साथ समझौते पर क्‍या बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

Nvidia और Reliance के बीच हुआ समझौता, भारत में मिलकर बनाएंगे AI इंफ्रास्ट्रक्चर

Jammu and Kashmir : गुलमर्ग में आतंकी हमले में 4 की मौत, 2 जवान और 2 पोर्टर भी शामिल, 3 घायलों की हालत नाजुक

Maharashtra : कांग्रेस ने 48 उम्मीदवारों का किया ऐलान, कराड से पृथ्वीराज लड़ेंगे चुनाव

આગળનો લેખ
Show comments