काठमांडू। व्हीलचेयर के सहारे एक ऑस्ट्रेलियाई लकवाग्रस्त व्यक्ति अपने दम पर दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी एवरेस्ट के आधार शिविर तक पहुंचकर खुश है। उसका कहना है कि उसे प्रसन्नता है कि इस बेहद चुनौतीपूर्ण यात्रा को लगभग बिना किसी सहायता के पूरी करने वाला वह पहला‘ पैराप्लेजिक’ (कमर से नीचे लकवाग्रस्त) व्यक्ति है।
स्कॉट डूलान (28) ने इस स्थल तक पहुंचने में दस दिन का समय लिया। डूलान रविवार को समुद्र तल से 5364 मीटर ऊपर स्थित इस शिविर तक पहुंचा। उसने आधार शिविर पहुंचने वाले क्षण के बारे में कहा, मुझे उस समय सांस लेने में तकलीफ हो रही थी क्योंकि मैं अपने हाथों से चल रहा था।
लेकिन मुझे केवल करीब बीस लोगों की भीड़ को देखना याद है। जैसे ही मैं वहां पहुंचा उन्होंने उत्साह बढाना शुरू किया और मैं बहुत अभिभूत हुआ। डूलान ने हाथों की मदद से चलकर यह सफर तय किया और पर्वतारोहण में उसने पांच जोड़ी दस्तानों का प्रयोग किया। (भाषा)