Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

बैटल फॉर नंबर 10, ऋषि सुनक ने आमने-सामने की बहस में लिज ट्रस को पछाड़ा

Webdunia
शुक्रवार, 5 अगस्त 2022 (22:59 IST)
लंदन। ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल ऋषि सुनक ने टेलीविजन पर हुई आमने-सामने की बहस में कंजर्वेटिव पार्टी की अपनी प्रतिद्वंद्वी लिज ट्रस को पछाड़ते हुए दर्शकों का समर्थन हासिल कर लिया। 'बैटल फॉर नंबर 10' बहस में कंजर्वेटिव पार्टी के दोनों उम्मीदवारों ने उन सदस्यों को रिझाने की कोशिश की।पूर्व वित्तमंत्री सुनक और विदेश मंत्री ट्रस ने इस पर अपनी-अपनी दलीलें रखीं।

‘स्काई न्यूज’ पर गुरुवार रात को ‘बैटल फॉर नंबर 10’ बहस में कंजर्वेटिव पार्टी के दोनों उम्मीदवारों ने उन सदस्यों को रिझाने की कोशिश की, जो चुनाव में वोट डालने के योग्य हैं, लेकिन जिन्होंने अभी यह निर्णय नहीं लिया है कि वे किसे वोट देंगे।

पूर्व वित्तमंत्री सुनक और विदेश मंत्री ट्रस ने इस पर अपनी-अपनी दलीलें रखीं कि ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ (ब्रिटिश प्रधानमंत्री का  आवास व कार्यालय) में बोरिस जॉनसन के स्थान पर उन्हें क्यों होना चाहिए। बहस में दर्शकों के तौर पर शामिल हुए कंजर्वेटिव  सदस्यों को यह बताने के लिए कहा गया कि कौन बहस जीता तथा उन्होंने हाथ उठाकर सुनक के पक्ष में फैसला दिया।

यह जीत भारतीय मूल के पूर्व ब्रिटिश मंत्री के लिए मनोबल बढ़ाने वाली है जो हाल में हुए ज्यादातर जनमत सर्वेक्षणों में ट्रस से पीछे चल रहे थे। एक सदस्य एवं मतदाता ने जब सुनक के समक्ष मतदान के आंकड़ों को रखते हुए पूछा कि क्या वह किसी भी चरण में प्रधानमंत्री पद की दौड़ से बाहर होने की योजना बना रहे हैं, इस पर सुनक ने कहा, त्वरित जवाब है ‘नहीं’। ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं उस चीज के लिए संघर्ष कर रहा हूं, जिस पर मुझे भरोसा है और मैं अपने विचार पूरे देश में प्रसारित कर रहा हूं।

उन्होंने कहा, मैं इस अभियान के अंतिम दिन तक और एक-एक मत के लिए संघर्ष करने जा रहा हूं। दांव वाकई बहुत ऊंचा है। जब उनसे पूछा गया कि आखिर इतने सारे पार्टी के वरिष्ठ सदस्य और आंकड़े लिज ट्रस को तरजीह क्यों दे रहे हैं, सुनक ने कहा, संसदीय प्रक्रिया के प्रत्‍येक चरण में मुझे व्यापक और सबसे अधिक समर्थन मिला है।

उन्होंने कहा, हम सभी एक टीम हैं, हम एक परिवार की तरह हैं, इसके बाद हम एकसाथ होंगे और अगला चुनाव भी जीतेंगे,  क्योंकि यही वास्तविक इनाम होगा। कैबिनेट टेबल के चारों ओर बैठे तमाम लोग मेरा समर्थन करते हैं।

पूर्व वित्तमंत्री ने अपना ध्यान करों में कटौती से पहले बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने की आवश्यकता पर केंद्रित किया। इससे कुछ घंटों पहले ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ ने ब्याज दरों में वृद्धि करते हुए मंदी की चेतावनी दी। ट्रस ने कहा कि मंदी अपरिहार्य  नहीं है और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी की चेतावनी के मुकाबले ‘साहसी’ कदम उठाने का वादा किया।

बहरहाल, सुनक ने मंदी के लिए कर के बोझ के आरोपों से इनकार करते हुए कहा, यह पूरी तरह गलत है। मंदी की वजह महंगाई है। दोनों उम्मीदवारों को ब्रेक्जिट, आव्रजन और सरकार द्वारा वित्त पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) सहित विभिन्न नीतिगत मामलों को लेकर तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। आमने-सामने बैठकर सवालों के जवाब देने से संबंधित करीब डेढ़ घंटे के कार्यक्रम में सुनक से उनकी निजी संपत्ति और कीमती पोशाक एवं जूतों के बारे में सवाल पूछे गए।

उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि ब्रिटेनवासी लोगों के बारे में कोई निर्णय उनके आचरण को देखकर करते हैं, न कि बैंक खाते  देखकर। एक सदस्य ने उनसे पूछा कि क्या आप मानते हैं कि आपने अपने हितों के लिए बोरिस (जॉनसन) की पीठ में छुरा घोंपा है, इस पर सुनक ने कहा, मैंने प्रधानमंत्री के साथ दो साल काम किया था और उन्होंने (जॉनसन ने) इस दौरान बहुत ऐसे काम किए हैं, जिसके लिए उन्हें श्रेय दिया जाना चाहिए।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

LIVE: हेमंत सोरेन कुछ ही देर में राज्यपाल से मिलेंगे, पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा

संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, सरकार ने सभी दलों से की यह अपील

अजित पवार बने विधायक दल के नेता, राकांपा की बैठक में हुआ फैसला

Uttarakhand : जनता के लिए खुलेगा ऐतिहासिक राष्ट्रपति आशियाना, देहरादून में हुई उच्चस्तरीय बैठक

આગળનો લેખ
Show comments