लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सरकार में कैबिनेट मंत्री गेविन विलियम्सन ने अपने सहयोगियों के धमकाने के आरोप में पद से इस्तीफा दे दिया है। विलियम्सन ने मंगलवार को ट्विटर पर दिए गए त्यागपत्र में कहा कि वे मैसेज प्राप्तकर्ता से माफी मांग चुके हैं और जांच में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने दूसरी घटना में धमकाने के आरोपों को खारिज कर दिया।
उन्होंने लिखा कि मैं इन दावों का खंडन करता हूं लेकिन यह भी मानता हूं कि यह सरकार द्वारा किए जा रहे अच्छे कामों के प्रति ब्रिटिश लोगों का ध्यान जा रहा है। इसलिए मैंने सरकार से हटने का फैसला लिया है जिससे मैं शिकायत की प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन कर सकूं और किसी भी गलत काम में लगे आरोपों में खुद को निर्दोष साबित कर सकूं।
सुनक ने कहा कि उन्होंने विलियम्सन का इस्तीफा बड़े दुखी मन से स्वीकार कर लिया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार विलियम्सन पर पिछले माह टोरी के एक सहयोगी सांसद को अपमानजनक संदेश भेजने और रक्षा सचिव के रूप में एक वरिष्ठ सिविल सेवक को धमकाने का आरोप लगा है।
'संडे टाइम्स' में उनके द्वारा टोरी के सांसद और तत्कालीन मुख्य सचेतक वेंडी मॉर्टन को भेजे गए अपशब्द संदेशों की एक श्रृंखला प्रकाशित हुई थी, तब से सर गेविन दबाव में थे। सोमवार को एक वरिष्ठ नौकरशाह ने 'गार्जियन' समाचारपत्र को कहा कि सर गेविन ने उन्हें धमकी दी थी और उनका गला काटने की बात की थी।
ऐनी मिल्टन, जिन्होंने 2015 से 2017 की अवधि में डिप्टी चीफ व्हिप के रूप में काम किया, ने मंगलवार को चैनल 4 न्यूज को बताया कि सर गेविन का व्यवहार धमकीभरा और डरावना रहा है। विलियम्सन का इस्तीफा ऐसे समय हुआ है, जब सुनक के कुछ मंत्रियों की गहन जांच चल रही है।
विपक्षी दलों ने गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन के इस्तीफे की मांग की है जिन्होंने मंत्रिस्तरीय आचरण का उल्लंघन करने के आरोप में ट्रस मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था लेकिन कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री सुनक ने उन्हें फिर से नियुक्त कर लिया।
Edited by: Ravindra Gupta