नई दिल्ली। एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफिले के सामने एम्बुलेंस आ गई। इस बार भी प्रधानमंत्री ने अपने काफिले को रोककर एम्बुलेंस को पहले जाने दिया। इससे पहले 30 सितंबर को गुजरात में अहमदाबाद से गांधीनगर जाते समय भी पीएम मोदी ने एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए अपना काफिला रोका था।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे और चंबी में उनके काफिले के आगे एम्बुलेंस आ गई थी। पहले वहां से एम्बुलेंस निकली फिर मोदी जी वहां मौजूद लोगों को हाथ हिलाते हुए आगे निकल गए। हालांकि यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ट्विटर पर अलग ही तरह के 'मैसेजेस का काफिला' चल पड़ा।
मनीष सुवर्णा ने ट्वीट किया- ये न्यूज नहीं है। बहुत से मंत्री भी ऐसा करते रहे हैं। यह सबकी जिम्मेदारी है, ड्यूटी है। न्यूज तो वह होती काफिले के लिए एम्बुलेंस को रोक लिया जाता। श्रीराम ने तमिलनाडु का उदाहरण देते हुए लिखा कि लोग वहां वीआईपी एम्बुलेंस के लिए रास्ता नहीं देते... ऐसे में यह निश्चित ही बड़ा काम है।
चिराग कोठारी ने काफिले में मोदी जी कार सबसे आगे होने को लेकर सवाल उठाया। आकाश मित्तल ने लिखा- यह स्क्रिप्टेड है। सयंतन भट्टाचार्जी ने लिखा- बॉलीवुड की मूवी से भी अच्छा। बढ़िया कैमरा वर्क, अच्छी एडिटिंग। नौशाद ने सवाल उठाया कि डिफरेंट एंगल कवर करने के लिए कैमरा कैसे सेट किया गया।
भाई साहब नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- एक ही स्क्रिप्ट पर कितनी बार फिल्म बनाओगे मोदी जी। कुछ लोगों ने जहां इसकी आलोचना की, वहीं कुछ ने इसकी खुले दिल से तारीफ भी की है।