वॉशिंगटन। अमेरिका के कई विभिन्न शहरों में लोगों ने सड़कों पर उतरकर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन किए।
सूत्रों के अनुसार कई लोग 'ट्रंप मेरे राष्ट्रपति नहीं हैं' के नारे लगा रहे हैं। न्यूयॉर्क में हजारों लोगों ने मार्च करते हुए आप्रवासन, समलैंगिकों के अधिकार जैसे मुद्दों पर ट्रंप की नीतियों के खिलाफ नारे लगाए। लॉस एंजिल्स शहर के पुराने इलाकों में भी लोगों ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए यातायात बाधित कर दिया।'
वॉशिंगटन में प्रदर्शनकारियों ने कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च का आयोजन करने वाले बेन विक्लर ने वहां मौजूद भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि हम लोग यहां इसलिए जमा हैं, क्योंकि अंधकार की इस घड़ी में हम अकेले नहीं हैं। शिकागो में भी लोगों ने ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन किया और 'नो ट्रंप और नो फासिस्ट्स अमेरिका' के नारे लगाए।
ट्रंप के खिलाफ गुरुवार को भी अमेरिका के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन हुआ था। राष्ट्रपति बराक ओबामा और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार रहीं हिलेरी क्लिंटन ने गुरुवार को जनता से अपील की थी कि वह ट्रंप को नेतृत्व का मौका दें लेकिन इन दोनों की अपील के बावजूद कई शहरों में लोगों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया।
विरोध प्रदर्शन अधिकतर जगहों पर शांतिपूर्ण रहे लेकिन कैलीफोर्निया में कुछ प्रदर्शनकारियों ने दुकानों की खिड़की तोड़ दी और पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। फिलाडेल्फिया, बोस्टन, बाल्टीमोर सिएटल और सैन फ्रांसिस्को में भी उनके खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। (वार्ता)