बैंकों में लंबी कतारें, अफरा-तफरी, कई एटीएम अभी भी खाली
नई दिल्ली , शुक्रवार, 11 नवंबर 2016 (11:00 IST)
नई दिल्ली। बैंकों के बाहर शुक्रवार को भी लंबी-लंबी कतारें और अफरा-तफरी की स्थिति रही। साथ ही बहुत से एटीएम अभी भी खाली हैं यानी 2 दिन के अंदर इनमें नई करेंसी नहीं डाली जा सकी है।
लोग कई घंटे बैंकों के बाहर नकदी लेने के लिए लाइन में खड़े रहे। सरकार ने 500 और 1,000 के नोट को बंद कर दिए हैं और उसकी जगह 500 और 2,000 का नया नोट जारी किया है। शुक्रवार सुबह से ही एटीएम मशीनों के पास पैसा निकालने वाले लोगों की लाइनें लगी थीं। कई एटीएम अभी काम नहीं कर रहे हैं। एटीएम मशीनों के बाहर जुटी भीड़ में लोग इससे काफी नाराज दिखे।
बैंक अधिकारियों ने कहा कि सभी एटीएम शनिवार से काम करना शुरू कर देंगे। एटीएम से पुराने नोट हटा दिए गए हैं और उनमें 500 और 2,000 के नए नोट डाले जाएंगे। बैंकरों ने कहा कि 18 नवंबर तक एटीएम से प्रतिदिन 2,000 रुपए प्रति कार्ड तक ही राशि निकाली जा सकेगी। इस सीमा को 19 नवंबर से बढ़ाकर 4,000 रुपए प्रतिदिन प्रति कार्ड किया जाएगा।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने कहा है कि एटीएम सेवाओं को पूरी तरह सामान्य होने में कम से कम 10 दिन लगेंगे। देश में करीब 2 लाख एटीएम हैं। इनमें से कुछ एटीएम से सिर्फ 500 और 1,000 के नोट ही मिलते रहे हैं। इन्हें 100 और 2,000 रुपए के नोट के लिए नए सिरे से व्यवस्था करनी होगी।
एक दिन बंद रहने के बाद गुरुवार को बैंक खुले थे। बैंकों में 500 और 1,000 का नोट बदलवाने के लिए लाखों लोग पहुंचे। बैंक या चुनिंदा डाकघरों में 1 व्यक्ति सिर्फ 4,000 के नोट बदलवा सकता है।
बैंकों ने नोट बदलने के लिए अतिरिक्त एक्सचेंज काउंटर खोले हैं। कोई भी व्यक्ति चेक या विदड्रॉल स्लिप से 1 दिन में 10,000 रुपए निकाल सकता है। एक सप्ताह के लिए (एटीएम से निकासी सहित) पहले पखवाड़े 24 नवंबर तक सिर्फ 20,000 रुपए निकाले जा सकते हैं।
दिलचस्प यह है कि शुक्रवार को पुराने नोटों से पानी, बिजली के बिलों के भुगतान की अंतिम तारीख है। शुक्रवार को ही पुराने नोटों से पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डलवाया जा सकेगा। सरकारी अस्पतालों, मेट्रो और रेल टिकटों के लिए शुक्रवार तक ही पुराने नोटों का इस्तेमाल किया जा सकता है। शुक्रवार को मध्यरात्रि के बाद बिजली-पानी आदि जनसुविधा बिलों का भुगतान भी छोटी करेंसी या नई करेंसी में करना होगा। बैंक सप्ताहांत भी कम से कम 7 बजे तक खुले रहेंगे।
इस बीच तिरुवनंतपुरम से मिली खबरों के अनुसार केरल में शुक्रवार को दूसरे दिन भी पुराने 1,000 और 500 के नोटों को जमा करने के लिए भारी भीड़ रही। कुछ एटीएम, जो शुक्रवार को खुले थे, इनमें पैसा कुछ ही घंटों में ही समाप्त हो गया। हालांकि कई बैंकों ने ग्राहकों को भरोसा दिलाया था कि एटीएम शुक्रवार से काम करने लगेंगे, लेकिन सुबह सिर्फ कुछ एटीएम ही खुले थे।
वहीं मुंबई से मिली खबरों के अनुसार देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में शुक्रवार को एटीएम काउंटरों पर भारी भीड़ देखी गई। लोग अपने रोजमर्रा के खर्चों के लिए कुछ पैसा निकालने के लिए सुबह से ही बैंकों और एटीएम के बाहर कतार में लगे थे। दक्षिण मुंबई, लालबाग, परेल, दादर, अंधेरी, घाटकोपर तथा मुलुंड में कई एटीएम सेवा में नहीं थे। इससे बड़ी संख्या में लोगों को खाली हाथ घर लौटना पड़ा। सुबह के समय भारतीय स्टेट बैंक, लक्ष्मी विलास बैंक, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यस बैंक और देना बैंक के एटीएम या तो बंद थे या फिर उनमें कुछ घंटों में नकदी समाप्त हो गई।
मीडिया क्षेत्र के पेशेवर अजीत सिंह ने कहा कि वे उपनगर अंधेरी में एक एटीएम गए, जो बंद था। बैंक के कार्यकारी से पूछने पर उनसे 1 या 2 घंटे बाद आने को कहा गया। उन्होंने कहा कि जब वे बैंक में पुराने नोटों को बदलने गए तो उन्हें बताया गया कि अभी नई करेंसी नहीं आई है और सिर्फ 4 बजे के बाद नोट बदले जाएंगे।
रामेश्वरम (तमिलनाडु) से मिली खबरों में कहा गया है कि केंद्र के 500 और 1,000 के नोटों को बंद करने से मछली पकड़ने का कारोबार प्रभावित हुआ है। मछुआरों के कुछ संगठनों ने चीजें दुरस्त होने तक शनिवार से मछलियों को पकड़ने का काम रोकने का फैसला किया है।
तमिलनाडु और पुडुचेरी मछुआरा संघ के महासचिव एनजे बोस ने कहा कि मछुआरों को मछलियां बेचने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। डीलर हमें बड़े नोट दे रह हैं, लेकिन सरकार ने इन पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसकी वजह से हम इन्हें स्वीकार नहीं कर सकते। (भाषा)
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