टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान अपने जापानी समकक्ष शिंजो अबे के साथ अहम द्विपक्षीय वार्ता से पहले जापान के सम्राट अकिहितो से आज बातचीत की। मोदी के जापान दौरे से जुड़ी हर जानकारी...
* भारत-जापान बिजनेस फोरम में मोदी ने कहा...
- भारत की विकास जरूरतें काफी व्यापक हैं तथा जापानी कंपनियों के लिए भारत में अप्रत्याशित निवेश अवसर मौजूद हैं।
- हम अपनी विकासात्मक प्राथमिकताओं को त्वरित गति के साथ हासिल करना चाहता हैं, लेकिन यह सब पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।
- सॉफ्टवेयर क्षेत्र में भारत के कौशल को जापान के हार्डवेयर क्षेत्र की मजबूती का साथ मिला है।
- मैं आपको भरोसा देना चाहता हूं कि हम आपको समान स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।
- भारत की विकास जरूरतें विशाल और वास्तविक हैं, यहां जापानी कंपनियों के लिए अभूतपूर्व अवसर हैं।
- भारत आर्थिक सुधार की नई दिशा में बढ़ रहा है, हम सुधार नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- मेरा उद्देश्य भारत को विश्व की सबसे मुक्त अर्थव्यवस्था बनाने का है।
- 2015 में भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी।
- एशिया के विकास में भारत जापान की भूमिका अहम।
- 21वीं सदी एशिया दी है।
* विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, 'एक दुर्लभ बातचीत जो भारत एवं जापान के बीच गर्मजोशी भरे अनूठे संबंधों का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के महामहिम सम्राट अकिहितो का अभिवादन किया।'
* उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि सभ्यता की बात की गई। प्रधानमंत्री मोदी और सम्राट अकिहितो ने भारत एवं जापान के संबंधों एवं एशिया के भविष्य पर बातचीत की।
* यह बातचीत मोदी और अबे के बीच व्यापक मुद्दों पर चर्चा से पहले की गई जिसका लक्ष्य द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को प्रोत्साहित करना था।
* सूत्रों ने बताया कि वाषिर्क शिखर सम्मेलन के बाद दोनों पक्ष करीब 12 समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। असैन्य परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर होने की भी बहुत संभावनाएं हैं।