Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

जर्मनी में सियासी संकट, चुनाव चाहती है आधी आबादी

Webdunia
बुधवार, 22 नवंबर 2017 (10:00 IST)
बर्लिन। जर्मनी में नई सरकार के गठन के लिए गठबंधन को लेकर चल रही वार्ता टूट जाने के बाद देश की आधी आबादी फिर से चुनाव कराने के पक्ष में है जिससे देश में एक बार फिर सियासी संकट गहराता दिख रहा है।
 
आईएनएसए की ओर से बिल्ड डेली अखबार के लिए किए सर्वे के मुताबिक 49.9 प्रतिशत लोग फिर से चुनाव कराने के पक्ष में हैं। 48.5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सेंटर-लेफ्ट सोशल डेमोक्रेटिक (एसपीडी) सरकार बनाने के लिए गठबंधन करने से इन्कार करके सही किया है जबकि 18 प्रतिशत गठबंधन के पक्ष में है।
 
सर्वे में बताया गया कि गठबंधन के लिए की जाने वाली वार्ता की विफलता के लिए 28 प्रतिशत लोगों ने एफडीपी के नेता क्रिश्चियन लिंडनर को जिम्मेदार ठहराया जबकि 27 प्रतिशत लोगों ने चांसलर एंजेला मर्केल को तथा 13 फीसदी लोगों ने ग्रीन्स के नात सेम ओजडेमियर को जिम्मेदार ठहराया है।
 
सर्वे में दस में से चार लोगों ने कहा कि अगर चुनाव कराये गये तो सुश्री मर्केल फिर से चांसलर बनेंगी जबकि 24 प्रतिशत ने क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स को बताया।
 
मर्केल की पार्टी गठबंधन सीडीयू/सीएसयू ने इसी साल सितंबर में हुए चुनावों में सबसे अधिक वोट हासिल किए थे लेकिन बहुमत नहीं मिला था। सरकार बनाने लिए गठबंधन के लिए लंबी बातचीत बेनतीजा रही। सुश्री मर्केल ने हालांकि कहा कि उन्हें गठबंधन को लेकर बातचीत टूट जाने का दुख है। (वार्ता) 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

क्‍या अब लुटियंस दिल्‍ली में रहती हैं पूर्व पीएम शेख हसीना, बांग्‍लादेश में क्‍यों नहीं थम रहा बवाल?

पहले दोस्त से सुहागरात का वीडियो बनवाया, फिर करने लगा ब्लैकमेल

शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय को दिग्विजय सिंह की नसीहत

बाल संत अभिनव अरोड़ा से गुस्‍साए स्वामी रामभद्राचार्य, स्टेज से उतारा-कहा नीचे उतरो

शुक्रवार को फिर मिली 25 से ज्‍यादा विमानों को बम से उड़ाने की धमकी

सभी देखें

नवीनतम

चीन के साथ समझौते का क्या निकला नतीजा, उत्तरी सैन्य कमांडर ने दिया यह बयान

Burger King Murder Case में आरोपी लेडी डॉन अनु धनखड़ नेपाल सीमा से गिरफ्तार

अहमदाबाद में 48 अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार, वापस भेजा जाएगा स्वदेश

गुलमर्ग हमले के बाद आतंकियों की तलाश के लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन तैनात

7 फर्जी ED अफसर कर रहे थे जबरन वसूली, जानिए फिर क्‍या हुआ...

આગળનો લેખ
Show comments