पेइचिंग। भले ही आप कहें कि स्पर्म डोनेशन से पार्टी लॉयल्टी का क्या संबंध हो सकता है? संभवत: कोई नहीं। लेकिन चीन की कम्युनिष्ट पार्टी ऐसा नहीं मानती है और उसने एक अजीबोगरीब कानून लागू कर दिया है। इस कारण से चीन के सबसे बड़े स्पर्म बैंक ने यह नियम लागू भी कर दिया है।
पेइचिंग के स्पर्म बैंक, पेकिंग यूनिवर्सिटी थर्ड हॉस्पिटल ने सभी स्पर्म डोनर्स के लिए एक शर्त रखी है कि वही लोग स्पर्म डोनेट कर पाएंगे, जिन्हें सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति निष्ठा और विश्वास होगा। इसके अलावा कुछ और शर्तें भी इस बैंक ने जारी की हैं।
समझा जाता है कि स्पर्म बैंक का यह फरमान कम्युनिस्ट पार्टी और उसके प्रमुख शी चिनफिंग को खुश करने के लिए जारी किया है। यह सरकारी आदेश उस स्पर्म डोनेशन अभियान का हिस्सा है जो स्पर्म बैंक ने बुधवार से शुरू किया है। स्पर्म बैंक द्वारा वीचैट पर एक नोटिस भी जारी किया गया है, जिसमें डोनर्स के लिए शर्तें बताई गई हैं।
इसमें कहा गया है, 'डोनर को अपनी मातृभूमि से प्यार होना चाहिए, कम्युनिस्ट पार्टी का नेतृत्व स्वीकार होना चाहिए। डोनर्स को पार्टी के कार्यों और उसके सिद्धांतों के प्रति निष्ठावान होना चाहिए। साथ ही, उसे किसी भी तरह की राजनीतिक समस्या से परे होना चाहिए।
हालांकि बैंक इस आधार पर डोनर्स को कैसे सत्यापन करेगा, इस पर स्पर्म बैंक ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। लेकिन जब स्पर्म बैंक से पूछना गया कि क्या ये शर्तें सरकारी नीति का हिस्सा हैं, तो उस पर कोई जवाब नहीं मिला। चीन के नैशनल हैल्थ कमीशन के मुताबिक चीन में 23 स्पर्म बैंक हैं लेकिन वहां स्पर्म डोनर्स की भारी कमी है।