2 साल से छोटे बच्चों को भूलकर भी न लगाएं मास्क, जानिए क्यों?
कोरोना वायरस का प्रकोप धीरे-धीरे कम होने लगा है। लेकिन खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। जिसे लेकर अभी भी सावधानियां बरतना जरूरी है। वयस्कों और बूढ़ों को वैक्सीन लग रही है जिससे संक्रमित होने का खतरा कम हो सकता है। लेकिन क्या बच्चों को भी वैक्सीन लगना चाहिए? इसे लेकर चर्चा जारी है। तो क्या 2 साल से भी कम बच्चों को मास्क लगाना होगा? यह बड़ा सवाल है। आइए जानते हैं वैज्ञानिकों का इस पर क्या मत है?
अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार वयस्क की तरह कोरोना बच्चों को भी हो सकता है। संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरी बेहतर उपाय है। अगर बच्चों को बाहर ले जाया जाता है तो उन्हें भी मास्क पहनाया जा सकता है लेकिन 2 साल से कम उम्र के बच्चों को मास्क पहनाने से उन्हें घुटन हो सकती है।
अन्य विशेषज्ञ का कहना है कि 2 साल या उससे अधिक उम्र के बच्चों को मास्क पहनाना खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि बच्चों की सांस नली संकरी होती है, जिस वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और मास्क लगाने से उन्हें सांस लेने में अधिक जोर लगाना पड़ सकता है। इसलिए बेहतर है बच्चों को घर में ही रखें।
किड्स हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार जारी गाइडलाइन में नन्हें बच्चों को मास्क न पहनने की सलाह दी गई है। अगर छोटे बच्चे मास्क पहनते हैं तो उन्हें सांस लेने में तकलीफ होगी। वह बारबार अपने चेहरे से मास्क को हटाने की कोशिश करेंगे। साथ ही अपने मुंह और नाक पर हाथ लगाएंगे। इससे बेहतर है बच्चों को घर में ही रखा जाएं। जिससे जोखिम कम होगा।
चाइल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई जिसमें कहा गया कि 2 साल से कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं पहनाना चाहिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चों की सांस नली काफी छोटी होती है जिससे उन्हें सांस लेने में परेशानी आती है।
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