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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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Stress Side Effects: स्ट्रेस से शरीर के ये 5 अंगों को है खतरा

negative stress effects
Body Parts Affected by Stress : आज की इस बिजी लाइफस्टाइल में स्ट्रेस की समस्या बहुत बढ़ गई है। हमारे शरीर के लिए थोड़ा स्ट्रेस ज़रूरी होता है लेकिन इसके अधिक होने से शरीर प्रभावित होने लगता है (stress side effects on body)। अगर आपको लगता है कि स्ट्रेस सिर्फ आपकी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है तो आप गलत हैं।

स्ट्रेस के कारण आपके शरीर के अंग भी प्रभावित होने लगते हैं जिससे कई बीमारियां होती हैं। इसके साथ ही स्ट्रेस के कारण बीमारियां और अधिक बढ़ने लग जाती हैं जिससे ये गंभीर रूप ले लेती हैं। अगर आप भी ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं तो आपको अपने शरीर में ये लक्षण देखने को मिल सकते हैं। चलिए जानते हैं इन लक्षण के बारे में...
 
1. रेस्पिरेटरी सिस्टम : रेस्पिरेटरी सिस्टम के द्वारा हमारे सेल्स में ऑक्सीजन सप्लाई होता है और शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड निकलता है। स्ट्रेस के कारण आपका रेस्पिरेटरी सिस्टम प्रभावित होने लगता है। स्ट्रेस में आप तनाव कम और छोटे अंतराल में सांस लेते हैं जिसके कारण शरीर में ऑक्सीजन ठीक से सप्लाई नहीं होता है। ज्यादा स्ट्रेस के कारण अस्थमा अटैक भी हो सकता है।
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2. पेट की समस्या : ज्यादा स्ट्रेस के कारण पेट दर्द की समस्या भी होने लगती है। ज्यादा स्ट्रेस से उल्टी या पेट में मरोड़ की समस्या भी होती है। कई लोगों को ज्यादा पेट दर्द के कारण पाचन में समस्या होती है। साथ ही अधिक भूख लगना या न लगना भी स्ट्रेस का कारण हो सकता है।
 
3. रिप्रोडक्टिव सिस्टम : स्ट्रेस होने पर आपका रिप्रोडक्टिव सिस्टम बहुत अधिक प्रभावित होता है। महिलाओं में ज्यादा स्ट्रेस होने के कारण पीरियड्स में देरी हो सकती है। इसके साथ ही स्ट्रेस के कारण प्रेगनेंसी और फर्टिलिटी पर भी प्रभाव पड़ता है। पुरषों में भी रिप्रोडक्टिव सिस्टम से जुड़ी समस्या होने लगती हैं जिसमें सेक्स ड्राइव या स्पर्म प्रोडक्शन प्रभावित होते हैं।
 
4. नर्वस सिस्टम : स्ट्रेस आपके नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित करता है जिससे आपके दिमाग पर असर पड़ने लगता है। ज्यादा स्ट्रेस से एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसी समस्या होने लगती है जिसके कारण फिजिकल लक्षण भी देखने मिल सकते हैं। इसके साथ ही हार्मोन में बदलाव या असंतुलन की समस्या भी होने लगती है।
 
5. दिल की समस्या : स्ट्रेस आपके दिल को भी प्रभावित करता है। ज्यादा तनाव के कारण शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं होता है जिसके कारण दिल की सेहत प्रभावित होने लगती है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी तनाव के कारण प्रभावित होता है जिससे दिल की बीमारियां हो सकती हैं। स्ट्रेस के कारण पैनिक अटैक जैसी स्थिति भी बन सकती है। 

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