एक स्वस्थ शरीर में वात, पित्त और कफ हमेशा संतुलन बना होता है। लेकिन शरीर में इनका असंतुलित होना या किसी एक का बढ़ जाना सेहत से जुड़ी कई समस्या पैदा करता है। जानिए शरी में कफ बढ़ जाने पर आपको कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं, साथ ही जानें उपाय भी -
1 सर्दी जुकाम - अक्सर जब भी आपको सर्दी या जुकाम होता है, तो गले में कफ भी आप महसूस करते हैं। लेनि कभी-कभी सिर्फ कफ बढ़ जाने के कारण भी आपको सर्दी जुकाम हो सकता है।
2 खांसी - गले में कफ का बना रहना खांसी पैदा करता है। गीले कफ में तो खांसी होती ही है, लेकिन कफ के सूख जाने पर यह और भी खतरनाक हो सकता है।
3 आलस - शरीर में कफ की मात्रा बढ़ जाए तो आलस्य बना रहता है और चुस्ती फुर्ती कम हो जाती है। एक तरह का भारीपन भी कई बार महसूस किया जाता है।
4 सिरदर्द - कफ अधिक होने पर सिरदर्द या सिर में भारीपन बहुत ही आम समस्या है। कई बार लोग लगतार होने वाले सिरदर्द से परेशान रहते हैं, यह कफ बढ़ने के कारण हो सकता है।
5 भूख न लगना - शरीर में कफ बढ़ जाने पर भूख न लगने की समस्या हो सकती है। ऐसे में खाने-पीने में नीरसता महसूस होती है और कुछ भी खाने का मन नहीं होता।
6 त्वचा में सफेदी - त्वचा के रंग में अगर आपको सफेदी सी लग रही है, तो यह कफ बढ़ने के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में उपचार बेहद जरूरी है।
7 शरीर में भारीपन - कफ की अधिकता के कारण शरीर में भारीपन बना रहना आम बात है। कई बार आपका सिर्फ आराम करने का मन करता है।