Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

हर कि‍सी को होती हैं सेहत की ये 5 परेशानियां, जानिए उपचार

हर कि‍सी को होती हैं सेहत की ये 5 परेशानियां, जानिए उपचार
हमारे शरीर में स्वास्थ्य के लिहाज से कुछ परेशानियां बनी रहती हैं, जो उम्र, शरीर, तौर-तरीकों और दिनचर्या के अनुसार होती है। लेकिन इनसे बचने के लिए आयुर्वेद और घरेलू नुस्खे हमारे लिए बहुत कारगर साबित होते हैं। जानिए ऐसे ही 5 रोग और उनके उपचार -
 
1 जोड़ों का दर्द  - जोड़ों का दर्द कभी बढ़ती उम्र तो कभी अन्य कारणों से भी होता है। इसके लिए बथुए का रस बहुत कारगर उपाय है। बथुए के पत्तों का रस निकालकर लगभग 15 ग्राम रोजाना पीने से जोड़ों का दर्द दूर होता है। सुबह खालीपेट इसे पीना बहुत फायदेमंद होगा। अप चाहें तो शाम के समय भी इसका सेवन कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि इसे खाली पेट ही पिएं और दो घंटे बाद तक कुछ भी न खाएं।
 
2 अत्यधि‍क क्रोध - गुस्सा आना भी एक बड़ी समस्या है। अगर आपको भी बहुत ज्यादा गुस्सा आता है तो अपने दिमाग को शांत रखना आपके लिए बहुत जरूरी है। ज्यादा क्रोध आने पर रोज सुबह आंवले का मुरब्बा खाना आपके लिए फायदेमंद होगा। इसके अलावा गुलकंद का सेवन करना बहुत लाभ देता है। प्रतिदि‍न गुलकंद खाने के बाद दूध पीने से आपको गुस्सा आना बंद हो जाएगा।
 
3 दांतों में तकलीफ - दांतों की समस्याओं में तिल्ली बहुत लाभदायक होती है। इसे कुछ घंटों तक पानी में भि‍गो दें और इस पानी को छानकर उससे कुल्ला करें या फिर कुछ देर तक इसे मुंह में भरकर रखें और फिर बाहर निकाल दें। कुछ समय तक लगातार ऐसा करने पर दांतों की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
 
4 आंखों की तकलीफ - आंखों की समस्याओं का समाधान हरी घास पर पैदल, नंगे पैर चलने में छुपा हुआ है। रोजाना सुबह के समय हरी घास पर चलना आपकी आंखों की रौशनी का बढ़ाता है और बाकी समस्याओं को भी ठीक करता है।
 
5 तनाव - मानसिक तनाव कोई असामान्य घटना नहीं है लेकिन अगर यह अधि‍क हो तो इसके लिए उपचार भी आपको मानसिक स्तर पर ही करने होंगे। मधुर संगीत सुनना, भरपूर नींद लेना, अपनी पसंद की चीजें करना, मन के विचारों और भावों को कागज पर उतारने के अलावा योगा व ध्यान इसका सबसे बेहतर उपचार है।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

यह चटपटा जोक पढ़कर शर्तिया हंसी नहीं रुकेगी : सभी उत्तर सही फिर 0% क्यों मिले?