नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, नोट और कागज को सैनिटाइज करने के लिए एक स्वचालित एवं सम्पर्करहित ‘अल्ट्रावायलेट सैनिटाइजेशन कैबिनेट’ विकसित किया है। DRDO ने ऐसे समय में यह कदम उठाया है जब देश कोविड-19 से निजात पाने का प्रयास कर रहा है।
डिफेंस रिसर्च अल्ट्रावायलेट सैनिटाइजर (डीआरयूवीएस) प्रणाली कैबिनेट में रखी चीजों पर 360 डिग्री से पराबैंगनी किरणें (अल्ट्रावायलेट रेज) डालता है। एक बार सैनिटाइज (संक्रमणमुक्त) हो जाने पर प्रणाली स्वयं बंद हो जाती है, इसलिए इसे संचालित करने वाले को उपकरण के पास इंतजार करने या खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ती।
मंत्रालय ने कहा कि इसे डीआरडीओ के रिसर्च सेंटर इमारत (आरसीआई) द्वारा विकसित किया गया है और यह संपर्क में आए बिना ही कार्य करता है जो कि इस वायरस के प्रसार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
मंत्रालय ने कहा कि डीआरयूवीएस को मोबाइल फोन, आईपैड, लैपटॉप, नोट, चेक, चालान, पासबुक, कागज, लिफाफा आदि को संक्रमणमुक्त करने के लिए डिजाइन किया गया है।