पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने 'न्याय के साथ तरक्की, नीतीश की जीत पक्की' नारे के साथ 'निश्चय पत्र 2020' जारी किया है। इसमें कहा गया है कि यह 'सक्षम बिहार, स्वावलंबी बिहार' के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 'सात निश्चय-2' कार्यक्रम को लागू करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करता है, जो कि समृद्ध और विकसित बिहार बनाने का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम साबित होगा।
जदयू के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी द्वारा जारी इस निश्चय पत्र 2020 में कहा गया है कि उनकी पार्टी महात्मा गांधी, राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, भीमराव आंबेडकर और कर्पूरी ठाकुर के विचारों एवं सिद्धांतों में अपनी आस्था रखती है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत 12 अक्टूबर को अपने 'निश्चय संवाद' कार्यक्रम के तहत 6 जिलों की 11 विधानसभाओं की जनता के संग वर्चुअल संवाद करके करेंगे।
निश्चय पत्र में कहा गया है कि पिछले पांच वर्षों में सात निश्चय के कार्यक्रमों को लागू किया गया है जिसके तहत हर घर में बिजली पहुंचा दी गई है। हर घर में शौचालय का निर्माण का काम एवं हर टोले तक संपर्क का काम लगभग पूरा किया जा चुका है। युवाओं के लिए सभी कार्यक्रम लागू हैं जिसका लाभ बिहार के युवा उठा रहे हैं। महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया जा चुका है। अधिकांश घरों में नल का जल दिया गया है एवं अधिकांश घरों तक पक्की नली एवं गलियां बन चुकी हैं। लक्ष्य लगभग पूरा हुआ है और बचे हुए कार्य भी शीघ्र पूरे होंगे।
जदयू के निश्चय पत्र में कहा गया है कि सात निश्चय-2 के तहत जिन कार्यक्रमों को शामिल किया गया है उनमें युवा शक्ति-बिहार की प्रगति, सशक्त महिला-सक्षम महिला, हर खेत तक सिंचाई का पानी, स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव, स्वच्छ शहर-विकसित शहर, सुलभ संपर्क एवं सबके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा कार्यक्रम को शामिल किया गया है।
'सात निश्चय-1' कार्यक्रम में बिहार के युवाओं के लिए चलाए गए कार्यक्रम को आगे भी जारी रखने के साथ 'सात निश्चय-2' के युवा शक्ति-बिहार की प्रगति कार्यक्रम के तहत युवाओं को और बेहतर तकनीकी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी और साथ ही उद्यमिता को और बढ़ावा दिया जाएगा। सात निश्चय-2 के तहत अब राज्य के प्रत्येक आईटीआई एवं पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उच्चस्तरीय सेंटर ऑफ एक्सेलेंस बनाया जाएगा।
वहीं, सात निश्चय-2 के तहत हर जिले में मेगा-स्किल सेंटर (मार्गदर्शन, नई स्किल में प्रशिक्षण) के तहत ऐसे युवाओं के लिए हर जिले में कम से कम एक मेगा स्किल सेंटर खोला जाएगा, जो कि आईटीआई एवं पॉलीटेक्निक में नहीं पढ़ रहे हैं और नए कौशल का प्रशिक्षण पाना चाहते हैं।
सात निश्चय-2 के तहत प्रत्येक प्रमंडल में टूल रूम एवं ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा। टूल रूम में कई क्षेत्रों की नवीन एवं अत्याधुनिक मशीनें एक स्थान पर उपलब्ध रहती हैं। इनमें आईटीआई एवं पॉलीटेक्निक से प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को अत्याधुनिक मशीनों पर नई तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सात निश्चय-2 के तहत युवाओं के लिए न सिर्फ उच्च स्तर के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है बल्कि उनको अपना उद्यम/व्यवसाय लगाने के लिए सरकार मदद करेगी। नया उद्यम अथवा व्यवसाय के लिए परियोजना लागत का 50 प्रतिशत या अधिकतम तीन लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा।
सात निश्चय-2 के सशक्त महिला-सक्षम महिला कार्यक्रम के तहत महिलाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजना लाई जाएगी जिसमें उनके द्वारा लगाए जा रहे उद्यमों में परियोजना लागत का 50 प्रतिशत या अधिकतम 5 लाख रुपए तक का अनुदान तथा अधिकतम 5 लाख रुपए तक ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा।
उच्चतर शिक्षा हेतु प्रेरित करने के लिए इंटर उत्तीर्ण होने पर अविवाहित युवतियों को 25,000 रुपए तथा स्नातक उत्तीर्ण होने पर महिलाओं को 50,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। क्षेत्रीय प्रशासन में आरक्षण के अनुरूप महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी।
सात निश्चय-2 में सबके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा कार्यक्रम के तहत कॉल सेंटर एवं मोबाइल एप की मदद से डोर स्टेप सेवा की व्यवस्था प्रत्येक 8-दस पंचायतों पर पशु अस्पताल की व्यवस्था की जाएगी। पशुओं की सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं निशुल्क रहेंगी।
गांव-गांव तक लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता स्वास्थ्य उप-केंद्रों को नियमित एवं बेहतर रूप से संचालित कर स्वास्थ्य सेंवाएं प्रदान की जाएंगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडल अस्पताल एवं जिला अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं को और बेहतर एवं विस्तारित किया जाएगा। (भाषा)