सूर्य और राहु की युति से ग्रहण योग तथा गुरु और राहु की युति से गुरु चांडाल दोष का निर्माण होगा। सूर्य, गुरु और राहु की युति मेष में 22 अप्रैल को बनने जा रही है। इस युति पर शनिदेव की दृष्टि रहेगी जो और देश और दुनिया पर और भी ज्यादा नकारात्मक प्रभाव डालेगी। आओ जानते हैं कि कौनसे 6 ऐसे कार्य होंगे जिसके चलते देश-दुनिया में उथल-पुथल होने की संभावना है।
1. अग्नि कांड : जब तक सूर्य मेष राशि में राहु और गुरु के साथ युति बनाकर रखेगा तब तक देश या दुनिया में कोई भीषण अग्निकाण्ड हो सकता है। किसी जंगल में आग लगने की घटना राष्ट्रीय समाचार बन सकती है।
2. जनता में आक्रोश : मेष राषि में इन तीनों ग्रहों की युति से राजनीतिक उथल उथल देखने को मिल सकती है। हो सकता है कि सरकार का कोई निर्णय जनता को भड़का दे और तब जनता सड़कों पर आंदोलन करने के लिए उतर जाए।
3. भूकंप, सुनामी या ज्वालामुखी : इस दौरान धरती के किसी क्षेत्र विशेष में कोई बड़ा भूकंप आए, सुनामी आए या कोई ज्वालामुखी भड़क उठे।
4. युद्ध : वैसे रशिया और यूक्रेन में युद्ध चल रही रहा है। हो सकता है कि कोई अन्य देश युद्ध को बढ़ावा दे सकता है। यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बड़ा टकराव हो सकता है। कोई बड़ी आतंकी घटना भी हो सकती है या भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में उपद्रव की स्थिति बन सकती है।
5. आर्थिक संकट : इस युति के दौरान कई देशों की आर्थिक स्थिति पर संकट मंडरा सकता है। इस दौरान शेयर मार्केट और सोने की कीमतों में अचानक से बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
6. भयानक बीमारी : आयु प्रदाता और जीवन रक्षक देव गुरु बृहस्पति के राहु से पीड़ित होने की वजह से देश दुनिया में कोई ऐसी बीमारी आ सकती है, जिससे हजारों लोगों की जान का खतरा पैदा हो सकता है।