महाभाग्य योग से जातक मान, सम्मान, पद, प्रतिष्ठा और प्रसिद्धि पाता है। यह योग लग्न, चंद्रमा और सूर्य की विषम स्थिति होने पर बनता है। शनि के नक्षत्र परिवर्तन करने से 30 साल बाद महाभाग्य योग बन रहे हैं। 15 मार्च को शनि शतभिषा नक्षत्र में गोचर करेगा। इस गोचर से 4 राशियों के भाग्य खुला जाएंगे।
कैसे बनता है महाभाग्य योग : किसी महिला की कुंडली में चंद्र और सूर्य की सम राशि यानी वृषभ, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर और मीन राशि में होना चाहिए तब कुंडली में यह योग बनेगा। यदि किसी पुरुष जातक का जन्म लग्न, चंद्र और सूर्य की विषम राशि यानी कि मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु और कुंभ राशि में होना चाहिए तब महाभाग्य राजयोग बनता है। यदि जन्म दिन में हो तो सूर्य का प्रभाव बढ़ जाता है।
पुरुष की कुंडली में दिन का जन्म हो तो लग्न में मेष राशि में सूर्य और सप्तम तुला राशि में चंद्र हो तो महाभाग्य योग निर्मित होता है। स्त्री की कुंडली में कर्क लग्न में चंद्र और पंचम में सूर्य हो तो महाभाग्य योग बनता है। इसकी और भी कई स्थिति होती है।
1. वृषभ राशि: महाभाग्य राजयोग से आपके दिन पलट जाएंगे। नौकरी और करियर में कोई बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे। व्यापार में मुनाफा बढ़ जाएगा। अविवाहित हैं तो विवाह हो जाएगा। अचानक से धन प्राप्ति होगी या कोई बड़ा पद मिलेगा।
2. मिथुन राशि: आपके लिए यह महाभाग्य राजयोग आपके पराक्रम को बढ़ा देगा। अचानक से आपको धन की प्राप्ति हो सकती है। दांपत्य जीवन में सुख बढ़ जाएगा। व्यापारी हैं तो अटका रुपया हासिल करने में सफल होंगे। नौकरीपेशा हैं तो वेतनवृद्धि होगी।
3. कर्क राशि: महाभाग्य राजयोग आपको लंबी यात्रा का सुख देगा। व्यापारी हैं तो विदेश से भी ला होने की संभावना बढ़ जाएगी। भूमी, भवन या वाहन खरीद सकते हैं। करियर में सफलता हासिल होगी। नौकरीपेशा हैं तो पदोन्नति हो सकती है।
4. धनु राशि: आपके लिए यह राजयोग आर्थिक लाभ और महासुख लेकर आया है। व्यापारी है तो कोई बड़ी डील फायनल होगी। नौकरीपेशा हैं तो वेतनवृद्धि होगी। बेरोजगार हैं तो नौकरी मिलेगी। करियर में अचानक से सफलता हासिल होगी।