शहीद बीएसएफ हेड कॉन्स्टेबल प्रेमसागर के घर में विंडो एसी, सोफा और कालीन केवल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के मद्देनजर लगाया गया था। सागर के परिवारवालों ने बताया कि जब अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के जाते ही एसी, सोफा और कालीन हटा दी तो वे हैरत में पड़ गए। शहीद के भाई के हवाले से यह जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री के आने के पूर्व ताबड़तोड़ देवरिया प्रशासन ने शहीद के मेहमान कक्ष में नए परदे, एसी, सोफा और कालीन लगाया था। मुख्यमंत्री के आगमन के एक दिन पहले गांव की गंदी सडकों को साफ किया गया था। अकसर खुले रहने वाले मेनहोल भी बंद किए गए। योगी आदित्यनाथ को जिस हाल में बिठाया गया था वहां रंग रोगन कर एसी, सोफा आदि लगाया गया था लेकिन उनके जाने के बाद यह सब हटा लिए जाने से परिवार स्तब्ध है। हालांकि इस खबर की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
उल्लेखनीय है कि जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तान की बर्बर कार्रवाई में शहीद हुए बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल प्रेमसागर के घर शुक्रवार 12 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे। जहां उन्होंने शहीद के परिवार से मुलाकात कर उनका ढ़ांढस बधाया। योगी ने कहा कि पीड़ित परिजनों को 4 लाख रुपए का चेक दिया गया। इसके साथ ही परिवार वालों को दो लाख रुपए की एफडी भी दी।
इस मौके पर योगी ने कहा कि यूपी सरकार की तरफ से शहीद परिवार को 26 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी गयी है, साथ ही शहीद के नाम पर एक बालिका विद्यालय खोला जाएगा, शहीद का स्मारक और मूर्ति लगाई जाएगी, वहीं गांव की सड़कों को शहीद के नाम पर किया जाएगा। उन्होंने सागर के बच्चों की पढाई-लिखाई और नौकरी का आश्वासन भी दिया था। गैस एजेंसी दिए जाने की परिजनों की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में केंद्र सरकार से आग्रह किया जाएगा।