हरिद्वार। हरिद्वार स्थित बड़ा अखाड़ा के कोठारी और साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता तथा अखाड़े के महंत कोठारी मोहन दास हरिद्वार से मुंबई जाते हुए रास्ते में रेल से लापता हो गए हैं। उनके लापता होने से संत समाज में काफी हलचल शुरू हो गयी है।
उनका मोबाइल फोन भी बन्द है उनकी आखिरी लोकेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन थी। जहां उनके सेवक ने उन्हें छोड़ा था। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि के अनुसार हाल ही में अखाड़ा परिषद ने फर्जी साधुओं की सूची जारी की थी। जिसके बाद से उन्हें काफी धमकियां मिल रही थीं। पुलिस ने उनकी तलाश में कई टीमें लगा रखी हैं। इस मामले को लेकर यहां सरकार से लेकर संत समाज तक सक्रिय है। परन्तु उनका अभी तक कोई पता नहीं लग पाया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस को हरिद्वार से मुंबई गए महन्त का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस ने उनके मुंबई मार्ग के रूट के रेलवे ट्रैक की भी छानबीन की है। परन्तु कहीं किसी का शव अथवा घायल व्यक्ति के भी गिरने की कोई सूचना नहीं है।
अखाड़ों के साधू-संतों के अनुसार वह मुंबई के लिए एलटीटी ही गाड़ी से रवाना हुए थे जो शाम छह बजे हरिद्वार से चलती है परन्तु कल ट्रेन लेट होने की वजह से रात दो बजे ट्रेन यहां से चली थी।
उन्हें आखरी बार अखाड़े के ही युवक ने देखा था। जो उन्हें छोड़ने गाड़ी पर गया था। परन्तु
युवक उनके खोने की लोकेशन का भी नहीं पता चल पाया।
सूत्रों के अनुसार वह कल प्रातः दिल्ली में भी नहीं देखे गए जहां ट्रेन सुबह पहुंची है। टीटी ने उनकी सीट पर किसी को नहीं देखा जबकि उनका सामान व कपड़े ट्रेन में हैं। ऐसे में उनकी रहस्यमयी गुमशुदगी से पूरे संत समाज में रोष व्याप्त हो गया है।
उनके लापता होने की खबर भोपाल स्टेशन से पता चली जहां उन्हें खाना देने आए व्यक्ति को मोहन दास सीट पर नहीं मिले और यात्रियों ने भी उनके होने की कोई ठोस सूचना नहीं दी।
अखाड़ा परिषद ने भी पुलिस से मिलकर उनका जल्द पता लगाने की मांग की है। जबकि अखाड़े की ओर से उनकी गुमशुदगी की रिर्पोट दर्ज करा दी गई है। (वार्ता)