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आज बाबा महाकाल की सवारी में डमरू वादन का बनेगा विश्व रिकॉर्ड

1500 डमरू वादक भस्म आरती की धुन पर देंगे प्रस्तुति

mahakal damaru

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, सोमवार, 5 अगस्त 2024 (12:41 IST)
5 अगस्त सावन के तीसरे सोमवार को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की विशेष भस्म आरती का आयोजन किया गया। रविवार की रात 2:30 बजे आयोजित भस्मारती में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और भगवान महाकाल के दर्शन किए। भगवान के पट खुलने के बाद पंचामृत अभिषेक और विशेष श्रृंगार किया गया।

डमरू बजाने का बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड : महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई और इसके बाद विशेष आरती संपन्न हुई। सोमवार को शाम 4:00 बजे बाबा महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। जिसको लेकर 1500 डमरू वादकों द्वारा एक साथ डमरू वादन किया जा रहा है, जो एक नया रिकॉर्ड बनाएगा।

उप मुख्यमंत्री गोविंद सिंह होंगे शामिल : इस आयोजन में मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और मंत्री गोविंद सिंह भी शामिल होंगे। वे भगवान महाकाल के दर्शन के बाद शक्ति पथ पर डमरू बजाने के गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को अपने हाथों से ग्रहण करेंगे। रिकॉर्ड धारण करने के बाद वे पालकी का पूजन करेंगे और शिप्रा नदी तक पैदल चलेंगे।

डमरू वादन महोत्‍सव की खास बातें
- तीसरे सोमवार 5 अगस्त को निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी में उत्साह, उमंग और भक्ति का दृश्य और अधिक विहंगम होगा।

सवारी में 1500 डमरू वादक भस्म आरती की धुन पर डमरू वादन कर विश्व कीर्तिमान रचेंगे। भोपाल और उज्जैन के डमरु वादक के दल द्वारा महाकाल लोक के शक्तिपथ और सवारी में विशेष प्रस्तुति दी जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुरूप अब तक बाबा महाकाल की सवारी में उत्साह और आकर्षण को और अधिक बढ़ाने के क्रम में जनजातीय कलाकारों की प्रस्तुति।

350 जवानों के पुलिस बैंड की प्रस्तुति भी हुई
अब बाबा महाकाल की सवारी में डमरू वादन का गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने जा रहा हैं।
आज भगवान श्री महाकाल श्री शिवतांडव स्वरूप में अपने भक्तों को देंगे दर्शन।
भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी का सजीव प्रसारण श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के फेसबुक पेज पर भी किया जाएगा।
जनजातीय कलाकार भी बिखेरेंगे कला संस्कृति की छटा
निमाड अंचल के पारंपरिक लोकनृत्य काठी नृत्य दल श्री महाकालेश्वर भगवान की तीसरी सवारी में पालकी के आगे भजन मंडलियों के साथ अपनी प्रस्तुति देते हुए चलेगा।
Edited by Navin Rangiyal

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