भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आंशका के बीच अब डेंगू भी जानलेवा बनता जा रहा है। प्रदेश में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रदेश की राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, बालाघाट, रतलाम, मंदसौर, आगर मालवा और छिंदवाड़ा में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। ग्वालियर में एक बुजुर्ग और बच्ची की मौत डेंगू के चलते हो गई है। वहीं बालाघाट और रतलाम में भी डेंगू से दो युवकों की मौत की खबर है।
भोपाल-इंदौर में बढ़े मामले- प्रदेश की राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। राजधानी भोपाल में अब तक 200 के करीब और इंदौर में 150 से अधिक डेंगू के मरीज सामने आ चुके है। सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों की ओपीडी में सर्दी, जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में बड़े पैमाने पर इजाफा हुआ है। अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या तीन से चार गुना तक बढ़ गई है।
ग्वालियर में डेंगू-वायरल फीवर का डबल अटैक- ग्वालियर में डेंगू के साथ-साथ वायरल फीवर बच्चों पर अपना कहर बरपा रहा है। जिले में अब कुल 66 डेंगू पीड़ित मरीज सामने आए है जिनमें बच्चों की संख्या 28 है। डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों के बाद जयारोग्य अस्पताल में विशेष आइशोलेशन वार्ड बनाया गया है।
डेंगू के खिलाफ महाअभियान- डेंगू से निपटने के लिए प्रदेश में 15 सितंबर से डेंगू से जंग जनता के संग अभियान चलाने का भी फैसला किया गया है। अभियान के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद सुबह 10 बजे से 10.30 बजे तक जनजागरुकता करने के लिए निकलेंगे। अभियान में फॉगिंग के साथ हर मोहल्ले में लार्वा नष्ट करने लिए जलभराव वाले स्थान पर दवाई डालने का काम किया जाएगा। आयुष्मान योजना के तहत डेंगू मरीजों का इलाज होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से अपील की है कि वह घरों में कूलर, वाटर टेंक और आसपास गड्ढों में जमा पानी को उलटाकर स्वच्छता अभियान चलाएं। इसके साथ ऐसे घरों और संस्था जहां जलभराव के साथ-साथ डेंगू के लार्वा पाए जा रहे है वहां लोगों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाए। इसके साथ डेंगू के उपचार के लिए सभी जिला अस्पतालों में दस-दस बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड बनाने के साथ प्राइवेट अस्पतालों में आयुष्मान योजना में डेंगू का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।