झाबुआ। मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में बारिश कहर बनकर टूट रही है। इसके चलते पिछले 24 घंटों में झाबुआ में नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। जिले में शनिवार को आफत की बारिश हुई जिसके चलते कई गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। पानी भर जाने से कई खेतों की फसलें बर्बाद हो गई हैं।
शनिवार रात रानापुर से झाबुआ आते वक्त एक निजी बस चालक ने 50 यात्रियों से भरी बस को मोद नदी के रपटे पर डाल दिया जिस पर 4 फुट ऊपर तक पानी बह रहा था। बस असंतुलित होकर बहने लगी तभी चालक बस छोड़कर कूदकर भागा। आसपास के ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए बस से 50 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
झाबुआ जिले की अनास, मोद, माही, पद्मावती, पंपावती, नौगावा आदि सभी नदियां उफान पर बह रही हैं। झाबुआ नगर में बहारदुर सागर तालाब और मेहताजी का तालाब लबालब हो जाने से मेहताजी तालाब का झरना बड़े ही वेग से बह रहा है जिसके चलते भोज मार्ग को जोड़ने वाले कुरैशी कंपाउंड का रास्ता बंद हो गया है। थांदला, पेटलावद की कई कॉलोनियों और सरकारी भवनों में पानी भर गया है। झाबुआ के वार्ड क्रमांक 1 में एक मकान की दीवार भरभराकर गिर गई है। कोई जनहानि नहीं हुई है।
भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार पिछले 24 घंटों में झाबुआ में 90.6 मिमी, रामा में 55 मिमी, थांदला में 84.2 मिमी, पेटलावद में 149.2 मिमी, रानापुर में 46 मिमी तथा मेघनगर में 19 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जिले में पिछले 24 घंटों में औसत 3 इंच बारिश दर्ज की गई है, वहीं इस मानसून सत्र में झाबुआ जिले में आज तक 1197 मिमी अर्थात 48 इंच के लगभग बारिश का आंकड़ा छूने जा रहा है। (सांकेतिक चित्र)