Cannes Film Festival: क़तील शिफ़ाई का शेर है "हमने अपनी सारी शामें लिख दीं उनके नाम क़तील, उम्र का लम्हा-लम्हा बीता उनको अपने साथ लिए" यह शेर हर उस इंसान के लिए उतना ही मौजूं है जो हर साल कान फिल्म फेस्टिवल के लिए यह तीर्थयात्रा करता है। मई महीने के यह दस दिन, दुनिया के हर कोने से इंसान चले आ रहे हैं फ्रांस के इस समंदर किनारे बसे छोटे से शहर में, जिसका नाम कान है। इस साल सोलह से सत्ताईस मई तक चलने वाले फेस्टिवल में वो धुरंधर फिल्मकार मौजूद हैं जिनके बारे में आसानी से कहा जा सकता है कि रहती दुनिया तक इनका नाम बना रहेगा।
आधे घंटे की फिल्म के टिकट पल भर में खत्म
अपने रेड कारपेट और शानदार पार्टियों के मशहूर फेस्टिवल अपनी फिल्मों और उनके सिलेक्शन के दम पर ही अपनी साख बनाए हुए है। दुनिया भर से हजारों की तादाद में आने वाली फिल्मों को देख कर नगीने निकालना आसान काम नहीं है। यह बहस लम्बे समय से चली आ रही है कि कान फिल्म फेस्टिवल हमेशा उन बड़े नामों को तरजीह देता आया है जो एक मुकाम हासिल कर चुके हैं। इस साल पेड्रो अल्माडोवार की शार्ट फिल्म "स्ट्रेंज वे ऑफ़ लाइफ" चर्चा में है, यह फकत आधे घंटे की फिल्म है और इसके टिकट खिड़की खुलने के साथ ही ख़तम हो गए। इसकी एक ही स्क्रीनिंग है।
बड़े नामों के बीच कॉम्पिटिशन
इस साल official सिलेक्शन में केन लोच (आई डेनियल ब्लेक, सॉरी वी मिस्ड यू) की फिल्म भी है तो मार्टिन स्कॉर्सेसे (इनका सिर्फ नाम ही काफी है), हैरिसन फोर्ड और जॉनी डेप भी वेस एंडरसन (ग्रैंड बुडापेस्ट होटल, मून राइज किंगडम), टॉड हैन्स (कैरोल, वेलवेट अंडरग्राउंड) , नानी मोरेत्ती (अगर इनकी सन'स रूम भी देख लें तो जान जायेंगे कि कैसा फिल्मकार है), कोरीदा (शॉपलिफ्टर्स, ब्रोकर), विम वेन्डर्स (विंग्स ऑफ़ डिजायर, पेरिस टेक्सास) अपनी नई फिल्मों के साथ कॉम्पीटीशन में हैं। इतना ही नहीं सात महिला फिल्मकार भी इस सेक्शन में मौजूद हैं और इस साल की ओपनिंग फिल्म "जीन डु बैरी" भी महिला डायरेक्टर माईवैन की है इतने बड़े बड़े नामों के बीच इस कॉम्पीटीशन सेक्शन को देखना और भी दिलचस्प होगा कि अवॉर्ड कौन ले जाता है
कई लोगों ने चैट जीपीटी से इस सवाल का जवाब पूछा कि यह फिल्में हैं और यह डायरेक्टर्स हैं और अवार्ड किसे मिलेगा तो जवाब आया कि 2021 के बाद की ऐसी बातों पर जवाब नहीं दिया जा सकता।
रेड कारपेट पर भारतीय सितारें
भारत की तरफ से अनुराग कश्यप की नई फिल्म "कैनेडी" मिडनाइट स्क्रीनिंग में शामिल है। कनु बहल की फिल्म "आगरा" डायरेक्टर्स फोर्टनाईट सेक्शन में शामिल है। मणिपुरी फिल्म "ईशानु " क्लासिक सेक्शन में शामिल है और युधाजित बासु की शार्ट फिल्म "नेहनीच" भी। कुल जमा चार फिल्में हैं भारत से और भारत की मीनाक्षी शेडडे इस साल क्रिटिक वीक सेक्शन की जूरी में शामिल हैं।
कहा जा सकता है कि भारत भले ही मुख्य कॉम्पीटीशन में नहीं है लेकिन उसके अलावा हर कोने में मौजूद है। वैसे भी रेड कारपेट की शोभा बढ़ाने भारत से ऐश्वर्या राय, सारा अली खान, अनुष्का शर्मा और अदिति राव हैदरी आ ही रही है।