नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं कक्षा की परीक्षा के परिणामों को लेकर अनिश्चितता समाप्त करते हुए शुक्रवार (26 मई) को घोषणा की कि परिणाम 28 मई को घोषित किए जाएंगे।
बोर्ड ने कहा कि वह कृपांक नीति पर दिल्ली की उच्च अदालत के आदेश का पालन करेगा और इसे जारी रखेगा। इस नीति को पिछले महीने समाप्त कर दिया गया था। छात्रों के बीच इस आशंका को लेकर घबराहट थी कि परिणाम की घोषणा में देरी होने पर कॉलेजों में दाखिले की उनकी संभावनाओं पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परिणाम की घोषणा 28 मई, रविवार को दोपहर से पहले की जाएगी। हम उच्च न्यायालय के आदेशानुसार 5 बिंदु वाली कृपांक नीति का पालन करेंगे। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार (25 मई) को 12वीं कक्षा के छात्रों को आश्वस्त किया था कि उनके परीक्षा परिणाम में देरी नहीं होगी और सभी के साथ न्याय होगा।
मानव संसाधन विकास मंत्री का यह आश्वासन ऐसे समय में सामने आया था, जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने सीबीएसई को कृपांक की नीति को समाप्त करने के निर्णय पर आगे नहीं बढ़ने का आदेश दिया था। कृपांक नीति के तहत छात्रों को असाधारण रूप से मुश्किल समझे जाने वाले विषयों में और प्रश्नपत्रों के सेट में अंतर होने पर अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं।
पहले ऐसा माना जा रहा था कि बोर्ड अदालत के आदेश को चुनौती देने पर विचार कर रहा है लेकिन उसे ऐसा नहीं करने की सलाह दी गई कि उच्चतम न्यायालय जाने से संभवत: प्रतिकूल असर पड़ सकता है और इससे परिणाम में देरी हो सकती है।
इन परीक्षाओं के लिए 10,678 स्कूलों के कुल 10,98,891 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, जो वर्ष 2016 की तुलना में 2.82 प्रतिशत अधिक है। परीक्षाएं 9 मार्च से 29 अप्रैल तक आयोजित की गई थी। बोर्ड अपने सभी 10 क्षेत्रों के परिणामों की घोषणा एक साथ करेगा। (एजेंसी)