कांथी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के कांथी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दीदी ने किसानों से दुश्मनी मोल ले ली है। उन्होंने कहा कि दीदी, 2 मई को गई, नारा बुलंद हो रहा है।
मोदी ने ममता पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि बंगाल का किसान भूल नहीं सकता कि कैसे दीदी ने निर्ममता दिखाई है। दीदी ने आपको पीएम किसान सम्मान निधि से वंचित रखा। ये पैसे TMC सरकार को किसानों तक नहीं पहुंचने देना था, ये पैसे दिल्ली से भारत सरकार किसानों के खाते में जमा करना चाहती थी लेकिन दीदी किसानों से दुश्मनी लेकर बैठ गई। किसानों के खाते में भारत सरकार के पैसे नहीं जाने दिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2 मई को बंगाल के विकास के बीच आ रही दीवारें टूट जाएंगी। यहां भाजपा की सरकार बनेगी और किसानों के हक के 3 साल के पैसे भी उनके खातों में मैं जमा करके रहूंगा। पिछले तीन साल के जो पैसे दीदी ने नहीं दिए, वो मैं किसानों को दूंगा।
उन्होंने कहा कि जब जरूरत होती है तो तब दीदी दिखती नहीं, जब चुनाव आता है तो कहती हैं- सरकार दुआरे-दुआरे! यही इनका खैला है। पश्चिम बंगाल, यहां का बच्चा-बच्चा, ये खैला समझ गया है।
पीएम ने कहा कि दीदी आजकल मेदिनीपुर में आकर बार-बार बहाने बना रही हैं। दीदी उन बहनों, उन परिवारों को जवाब नहीं दे पाईं जिनको पहले अम्फान ने तबाह किया और फिर तृणमूल के टोलाबाज़ों ने लूट लिया। यहां केंद्र सरकार ने जो राहत भेजी थी, वो 'भाइपो विंडो' में फंस गई।
मोदी ने कहा कि दीदी, आज पश्चिम बंगाल पूछ रहा है, कि अम्फान की राहत किसने लूटी? गरीब का चावल का किसने लूटा? अम्फान के सताए लोग, आज भी टूटी हुई छत के नीचे जीने को मजबूर क्यों हैं।
उन्होंने कहा कि बंगाल का विकास, यहां के लोगों का विकास, भाजपा का संकल्प है। बंगाल के उज्ज्वल भविष्य के लिए हम जी-जान से जुट जाएंगे, ये वादा करने मैं आया हूं।