नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों और उससे सटे कच्छ क्षेत्र से 20 सितंबर को वापस हो गया है। मानसून वापसी की रेखा खाजूवाला, बीकानेर, जोधपुर और नलिया से होकर गुजर रही है। कम दबाव का क्षेत्र अब उत्तरी छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। इस दबाव से छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भारी बारिश की संभावना है।
स्काईमेट के अनुसार संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम व उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है। एक ट्रफ रेखा उत्तरी छत्तीसगढ़ पर निम्न दबाव के क्षेत्र से उत्तरप्रदेश के पश्चिमी हिस्सों तक फैली हुई है।
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश, पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। दिल्ली, हरियाणा के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, उत्तरी पंजाब, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा के कुछ हिस्सों, उत्तरी तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों, मेघालय, पूर्व असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, तटीय आंध्रप्रदेश, लक्षद्वीप, गोवा में कुछ स्थानों पर और पूर्वी राजस्थान और कर्नाटक में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि : अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। उत्तर-मध्य महाराष्ट्र और बिहार में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना, विदर्भ, हरियाणा और उत्तरी पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। गंगीय पश्चिम बंगाल, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।