नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश के रूप में शुक्रवार को शपथ लेने वाली वरिष्ठ अधिवक्ता इंदु मल्होत्रा ने प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) दीपक मिश्रा के साथ पीठ साझा की और कठुआ सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामला और कई पीआईएल समेत अन्य मामलों की सुनवाई की। न्यायमूर्ति मल्होत्रा देश की पहली ऐसी महिला वकील हैं, जो सीधे शीर्ष अदालत में न्यायाधीश नियुक्त की गई हैं।
सीजेआई के साथ वे उस पीठ का हिस्सा थीं, जिसमें न्यायमूर्ति डी वाई चन्द्रचूड़ भी शामिल थे। कठुआ मामले के अलावा पीठ ने कावेरी जल विवाद समेत अविलंब सुनवाई के लिए सूचीबद्ध मामलों की भी सुनवाई की। इससे पहले सुबह सीजेआई ने शीर्ष अदालत की अदालत संख्या एक में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में न्यायमूर्ति मल्होत्रा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
पीठ में न्यायमूर्ति मल्होत्रा के शामिल होने के साथ ही उच्चतम न्यायालय में अब न्यायाधीशों की संख्या 25 हो गई है। आजादी के बाद न्यायमूर्ति मल्होत्रा शीर्ष अदालत की सातवीं महिला न्यायाधीश बन गई हैं। अन्य महिला न्यायाधीशों को उच्च न्यायालयों से पदोन्नति देकर उच्चतम न्यायालय में नियुक्त किया गया था। (भाषा)