कानपुर देहात। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने माघ मेला-2023 के लिए स्नान पर्व की तिथियों की घोषणा कर दी है। इस बार पहला स्नान पर्व पौष पूर्णिमा, 6 जनवरी 2023 को होगा। इसी दिन औपचारिक रूप से माघ मेला शुरू होगा, जो महाशिवरात्रि के दिन 18 फरवरी को समाप्त होगा। मेले को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) ने 18 औद्योगिक इकाइयों के संचालन पर रोक लगा दी है।
18 औद्योगिक इकाइयों पर लगी रोक: प्रयागराज 6 जनवरी से शुरू हो रहे शाही स्नान को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। वही नदियों में प्रदूषण कम करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी सख्त हो गया है और कानपुर देहात से संचालित होने वाली औद्योगिक इकाइयों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कानपुर देहात की नजर है। पीसीबी, कानपुर देहात ने संचालन को लेकर निर्देश जारी कर दिया है।
इसी के चलते फैक्टरियों से निकलने वाले दूषित तरल को नदी-नालों में न बहाया जाए। इसको रोकने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सर्वाधिक प्रदूषण करने वाली कानपुर देहात में 18 औद्योगिक इकाइयों को चिन्हित कर दूषित तरल को औद्योगिक इकाइयों से बाहर निकालने पर रोक लगा दी है और जारी निर्देश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
इन्हें जारी हुए निर्देश : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार कानपुर देहात की औद्योगिक इकाइयों- रनियां स्थित एडीपील, एगमोटेक्स फैब्रिक्स, एमिटेक इंडस्ट्रीज, आनंदेश्वर इंडस्ट्रीज, गनेशा ईको स्पियर, हाइड्स इंटरनेशनल लिमिटेड, जामा कॉर्पोरेशन जैनपुर, जामा कॉर्पोरेशन खलीलपुर, लवांगना टेक्सटाइल, प्राची लेदर, प्रीमियम शूटिंग, आरएसए डाइंग, आरडी पेपर, रनियां ब्लीचिंग वर्क, नागेश्वर पेपर, श्रीनाथ टेक्सटाइल, तिरुबाला एक्सपोर्ट तथा एचएल एग्रो उमरन।
क्या बोले अधिकारी? : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कानपुर देहात के अधिकारी आशुतोष पांडे ने बताया कि शासन की तरफ से जारी शासनादेश में उन सभी 18 फैक्टरियों को चिन्हित किया गया है जिनसे जल हानिकारक तरल का रिसाव होता है। माघ मेले के दौरान चिन्हित फैक्टरियों से दूषित तरल को 3 जनवरी से डिस्चार्ज नहीं किया जाएगा जिसको लेकर रोक लगा दी गई है। फैक्टरियों को निर्देशित भी कर दिया गया है।
Edited by: Ravindra Gupta