नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं उत्तर प्रदेश के बरेली से सांसद संतोष गंगवार को 17वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए प्रोटेम स्पीकर या अस्थाई अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक आठ बार एक ही सीट से निर्वाचित गंगवार को पार्टी के नेतृत्व की ओर से इस बारे में संकेत किया गया है। एक नवंबर 1948 को बरेली में जन्मे गंगवार 1989 से बरेली संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ते आए हैं। 2009 को छोड़कर उन्होंने हर बार विजय हासिल की।
उनके साथ सुल्तानपुर से पार्टी की सांसद मेनका गांधी का भी नाम आगे चल रहा था, लेकिन कहा जा रहा है कि उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। गंगवार और श्रीमती मेनका गांधी दोनों ही आठ बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।
16वीं लोकसभा के लिए कांग्रेस के नेता कमलनाथ को प्रोटेम स्पीकर नियुक्ति किया गया था। प्रोटेम स्पीकर आम तौर पर सबसे वरिष्ठ सांसद को बनाया जाता है जो सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलाते हैं। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा।
लोकसभा की परंपरा के अनुसार अध्यक्ष के पद पर सत्ता पक्ष का सांसद और उपाध्यक्ष का पद विपक्षी दलों में किसी सांसद को जाता है। 16वीं लोकसभा में अध्यक्ष भाजपा सांसद सुमित्रा महाजन थीं और उपाध्यक्ष अन्ना द्रमुक के सांसद थम्बी दुरई थे।