नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्लॉग के माध्यम से कांग्रेस पर बड़ा हमला किया। उन्होंने संविधान, सरकारी संस्थान, इमरजेंसी और वंशवाद के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने लिखा कि इमरजेंसी लागू कर कांग्रेस ने साबित किया कि वह एक वंश की रक्षा करने के लिए किस हद तक जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्लॉग में संसद के कामकाज, प्रेस की अभिव्यक्ति, संविधान-न्यायालय और सरकारी संस्थानों के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि लोकसभा में गैर वंशवादी सरकार थी इसलिए काम हुआ जबकि राज्यसभा में काम नहीं हुआ पाया क्योंकि वहां हंगामा होता रहा। मोदी ने अपने ब्लॉग में इमरजेंसी का मुद्दा भी उठाया।
मोदी ने कहा कि वंशवाद की राजनीति से सबसे अधिक नुकसान संस्थाओं को हुआ है। प्रेस से पार्लियामेंट तक, सोल्जर्स से लेकर फ्री स्पीच तक, कॉन्स्टिट्यूशन से लेकर कोर्ट तक, कुछ भी नहीं छोड़ा। भारत ने देखा है कि जब भी वंशवादी राजनीति हावी हुई तो उसने देश की संस्थाओं को कमजोर करने का काम किया।
मोदी ने कहा कि 2014 की गर्मियों के दिन थे, जब देशवासियों ने निर्णायक रूप से मत देकर अपना फैसला सुनाया। लोगों ने परिवारतंत्र को नहीं, लोकतंत्र को चुना। विनाश को नहीं, विकास को चुना। शिथिलता को नहीं, सुरक्षा को चुना। अवरोध को नहीं, अवसर को प्राथमिकता दी। वोट बैंक की राजनीति के ऊपर विकास की राजनीति को रखा।
उन्होंने मनमोहन सिंह के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 में देशवासी इस बात से बेहद दुखी थे कि हम सबका प्यारा भारत आखिर फ्रेजाइल फाइव देशों में क्यों है?
उन्होंने ब्लॉग में आगे लिखा कि जब कोई सरकार ‘Family First’ की बजाए ‘India First’ की भावना के साथ चलती है तो यह उसके काम में भी दिखाई देता है। यह हमारी सरकार की नीतियों और कामकाज का ही असर है कि बीते पांच वर्षों में, भारत दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है।