नई दिल्ली। ई-रिटर्न भरने की प्रक्रिया आसान बनाने तथा लोगों में इसके प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण इस साल 5 अगस्त तक पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में तीन गुना से ज्यादा ई-रिटर्न फाइल किए गए।
चालू वित्त वर्ष में 5 अगस्त तक 2 करोड़ 26 लाख 98 हजार से ज्यादा आयकर रिटर्न डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भरे गए जबिक पिछले साल 05 अगस्त तक यह आंकड़ा 70 लाख 97 हजार था। इसके अलावा रिटर्न भरने के साथ ही ई-वेरिफिकेशन करने वालों की संख्या भी 75 लाख 30 हजार के पार पहुंच गई।
पिछले साल 7 सितंबर तक यह संख्या 32 लाख 95 हजार थी। पिछले साल 5 अगस्त तक जहां 10 लाख 41 करदाताओं ने आधार कार्ड के जरिए ई-वेरिफिकेशन कराया था, वहीं इस साल उनकी संख्या बढ़कर 17 लाख 68 हजार हो गई है।
इसके अलावा इस साल तीन लाख 32 हजार रिटर्न डिजिटली साइन किए गए हैं। इस प्रकार रिटर्न दाखिल करने वालों में 35 प्रतिशत करदाताओं के रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि पहले 31 जुलाई थी जिसे सरकार ने बढ़ाकर 05 अगस्त कर दिया था।
वित्त मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आयकर विभाग आयकर दाखिल करने वाले सभी करदाताओं को ई-वेरिफिकेशन के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। इससे करदाताओं को रिटर्न का प्रिंट लेकर उस पर हस्ताक्षर कर आयकर विभाग के पास के सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर (सीपीसी), बेंगलुरु भेजने की जरूरत नहीं रहती।
मंत्रालय ने कहा कि पिछले साल सीपीसी द्वारा रिटर्न जल्द जारी किए जाने से उत्साहित आयकर दाता इस साल बड़ी संख्या में ई-रिटर्न फाइल कर रहे हैं। आयकर विभाग अब तक 54 लाख 35 हजार से ज्यादा रिटर्न पर 14,332 करोड़ रुपए की राशि जारी भी कर चुका है। इसमें चालू वित्त वर्ष में भरे गए 20 लाख 81 हजार रिटर्न पर 2,922 करोड़ रुपए की राशि भी शामिल है। (वार्ता)