हवाना। क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो को श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार को बड़ी संख्या में लोग हवाना के प्रसिद्ध रेवोल्यूशन स्क्वैयर पर एकत्र हुए। इसके साथ ही कास्त्रो की याद में सप्ताह भर आयोजित होने वाले श्रद्धांजलि कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई।
पुराने किले से 21 तोपों की सलामी के बाद रेवोल्यूशनरी स्क्वैयर खोल दिया गया और लोग एकत्रित होने लगे। कई लोग सूर्योदय से पहले ही पहुंच गए थे। लोग अपने क्रांतिकारी नेता की युवावस्था की ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर लेकर आए। कई लोगों के पास फूलों का गुलदस्ता था जबकि कइयां के आंखों में आंसू थे।
वर्षीय गृहिणी जोसेफीना वयान ब्रावो ने रोते हुए बताया, ‘मैं यहां कल शाम छह बजे आ गई थी। मुझे नहीं पता कि मुझे क्या कहना चाहिए।’ इस कैरेबियाई द्वीप समूह पर न्याय और समानता लाने के वादे के साथ तानाशाही का तख्तापलट करने वाले 1959 की क्रांति के नेता कास्त्रो 20वीं सदी की चर्चित हस्ती थे।
कुछ ने उन्हें समाजवाद के ऐसे नायक के रूप में देखा जो अपने देश में शिक्षा और मुफ्त स्वास्थ्य सेवा लेकर आए। कुछ अन्य उन्हें ‘तानाशाह’ मानते हैं जिसने आर्थिक दिक्कतें पैदा कीं और बेहतर जीवन के लिए क्यूबाई लोगों को फ्लोरिडा में पलायन के लिए मजबूर किया।
इस ऐतिहासिक स्थल पर हजारों लोगों के पहुंचने की संभावना है, जहां कभी कास्त्रो अपने भाषणों के दौरान अमेरिका के ‘साम्राज्य’ के खिलाफ बोला करते थे। स्कूली बच्चों के साथ ही सैनिक, वरिष्ठ नागरिक, डॉक्टर और सीमाशुल्क अधिकारी वहां एकत्र हुए। (भाषा)