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क्या वाकई ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को बारिश से बचाने के लिए रेनकोट पहनाया गया...जानिए पूरा सच...

क्या वाकई ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को बारिश से बचाने के लिए रेनकोट पहनाया गया...जानिए पूरा सच...
, बुधवार, 3 जुलाई 2019 (13:20 IST)
सोशल मीडिया पर सरदार पटेल की बहुचर्चित मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के बारे में एक दावा काफी वायरल हो रहा है कि गुजरात में हो रही लगातार बारिश की वजह से ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को रेनकोट पहनाया गया है। यूजर्स लिख रहे हैं कि बारिश के कारण मूर्ति में लीकेज हो रहा है और इसलिए सरदार पटेल की मूर्ति को रेनकोट पहना दिया गया है। इस दावे के साथ यूजर्स अखबार की एक कटिंग भी शेयर कर रहे हैं।

कुछ पोस्ट देखें-





सच क्या है?

पोस्टों में दो दावे किए गए हैं। पहला दावा, बारिश के कारण मूर्ति में लीकेज हो रहा है। दूसरा दावा, सरदार पटेल की मूर्ति को रेनकोट पहनाया गया है।

‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ में लीकेज?

यह बात सच है कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ में रिसाव हो रहा है। नर्मदा जिले के कलेक्टर आईके पटेल का कहना है कि मूर्ति के कुछ हिस्सों में रिसाव की समस्या है। हर संभव कोशिश कर इस समस्या से निजात पाने की कोशिश की जा रही है। उनका यह भी कहना है कि व्यूइंग गैलरी का डिजाइन ही ऐसा है कि इसमें बरसात का पानी आए। इसे बंद करने पर यहां से वो नजारा नहीं दिख पाएगा। यहां कोई तकनीकी समस्या नहीं है।

बीबीसी न्यूज गुजराती ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें आप साफ-साफ देख सकते हैं कि कैसे सीलिंग से पानी टपक रहा है।



‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को रेनकोट पहनाया गया?

वायरल न्यूजपेपर कटिंग दिव्य भास्कर की है। अखबार ने ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के प्रति सरकार की लापरवाही को उजागर करने के लिए एक व्यंग्य चित्र प्रकाशित किया था। इसमें ग्राफिक की मदद से मूर्ति को एक रेनकोट पहना कर यह सवाल उठाया गया था कि क्या अब ऐसा प्रयोग करना पड़ेगा?
 
यही खबर भास्कर ने भी प्रकाशित की थी।

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गौरतलब है कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण 31 अक्टूबर, 2018 को किया गया था। 182 मीटर ऊंची सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा के निर्माण में 3000 करोड़ का खर्च आया था।

वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ में रिसाव की समस्या तो है लेकिन मूर्ति को रेनकोट नहीं पहनाया गया है।

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