वॉशिंगटन। नियंत्रण रेखा से लगते इलाकों में हिंसा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान से, सीमा से जुड़े मुद्दों के हल के लिए वार्ता प्रक्रिया से संबद्ध होने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि नियंत्रण रेखा से लगते इलाकों में कोई भी हिंसा को लेकर हम चिंतित हैं। हम भारत और पाकिस्तान की सरकारों को इन मुद्दों के समाधान की खातिर आगे की वार्ता के लिए लगातार प्रोत्साहित करते रहेंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कश्मीर पर हमारी नीति नहीं बदली है। हम अब भी मानते हैं कि कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान की बातचीत की गति, उसका दायरा और प्रकृति दोनों देशों को ही तय करना है।
पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय वॉशिंगटन प्रवास के दौरान किए गए विचारविमर्श में क्षेत्र में संबंधों पर भी चर्चा हुई थी।
जम्मू कश्मीर में सोमवार को जम्मू और पुंछ सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर से भारतीय हिस्से में की गई भारी गोलाबारी और गोलीबारी में पांच ग्रामीण मारे गए और 34 घायल हो गए। भारत ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
बीते चार दिनों में जम्मू कश्मीर में भारत-पाक सीमा पर संघषर्विराम के उल्लंघन की यह 11 वीं घटना थी। संघषर्विराम उल्लंघन की पुंछ में नियंत्रण रेखा पर सात घटनाएं और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चार घटनाएं हुई हैं।
पाकिस्तान ने भी सीमा पर कथित संघषर्विराम उल्लंघन और अपने चार नागरिकों के मारे जाने को लेकर भारत के समक्ष कड़ा विरोध जताया है। (भाषा)