नई दिल्ली। फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के भारत दौरे का सोमवार को दूसरा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद आज दिल्ली में मिलेंगे। दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर करार होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि रविवार को दोनों दोनों के बीच 16 करार हुए। आज राफेल डील पर आगे बात बढ़ सकती है। ओलांद ने भारत के लिए रवाना होने से पहले कहा था कि इस डील को लेकर दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। फिलहाल कुछ तकनीकि पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।
पिछले साल अप्रैल में फ्रांस दौरे पर गए नरेंद्र मोदी ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की घोषणा की थी, लेकिन दोनों देशों के बीच कीमतों को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है और परमाणु संयंत्रों, स्मार्ट सिटीज़, अंतरिक्ष सहयोग, व्यापार और ऊर्जा के क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच कई समझौतों की उम्मीद है।
ओलांद की इस यात्रा में 36 राफेल फाइटर जेट डील पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। दोनों मुल्कों के बीच यह करीब 60,000 करोड़ रुपए की डील है। फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ करीब 100 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें डेसाल्ट एविएशन और डीसीएनएस के अधिकारी शामिल हैं। राफेल फाइटर जेट डेसाल्ट का ही ब्रांड है। बताया जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान राफेल डील के संबंध में दोनों देशों के बीच इंटर गवर्नमेंटल एग्रीमेंट पर दस्तखत हो सकता है।
फ्रांस को 36 राफेल लड़ाकू विमान भारत को देने हैं, जिसके लिए बातचीत जारी है। यह सौदा रक्षा मंत्रालय के लिए सेना के आधुनिकीकरण के लिए बेहद जरूरी है। बताया जा रहा है कि डील सिर्फ पैसे पर अटकी है। फ्रांसीसी कंपनी की कीमत भारत को मंजूर नहीं है। होनेवाले सभी करारों में यह करार सबसे अहम माना जा रहा है।