भारत के हवाई क्षेत्र में पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों के घुसने और पड़ोसी देश में भारतीय वायुसेना के एक पायलट को बंदी बनाने के बाद बुधवार को तीन सेना प्रमुखों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुरक्षा की ताजा स्थिति की जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक थल सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री मोदी से पिछले 24 घंटों में दूसरी बार मुलाकात की है। सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी ने तीन सेनाओं को कार्रवाई के लिए खुली छूट दे दी है।
बुधवार शाम तीनों सेना प्रमुखों ने प्रधानमंत्री से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की और उन्हें ताजा स्थिति से अवगत कराया। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री कार्यालय में सुरक्षा और खुफिया विभाग के शीर्ष अधिकारी इकट्ठे हुए। पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर मंगलवार सुबह किए गए भारत के हवाई हमले के बाद हुए नए घटनाक्रम के मद्देनजर अधिकारी पीएमओ पहुंचे थे।
सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, थलसेना, नौसेना और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य सुरक्षा अधिकारी मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करने के लिए मिले। शीर्ष रक्षा और सुरक्षा अधिकारियों ने बाद में प्रधानमंत्री को ताजा घटनाक्रमों से अवगत कराया, जिनमें हवाई झड़प भी शामिल है।
विदेश मंत्रालय के तल्ख तेवर : सैन्य चौकियों को निशाना बनाए जाने सहित पाकिस्तान द्वार बगैर उकसावे के आक्रमण करने पर सख्त ऐतराज जताने के लिए पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त सैयद हैदर शाह को भारतीय विदेश मंत्रालय ने तलब किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय वायुसेना के विग कमांडर अभिनंदन को फौरन और सुरक्षित लौटा दे। साथ ही अभिनंदन को पाकिस्तान द्वारा ‘अशोभनीय तरीके से दिखाए जाने पर’भी भारत ने सख्त ऐतराज जताया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय मानवता कानून के सभी नियमों और जिनेवा संधि का उल्लंघन है।
मंत्रालय ने कहा कि दूत से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की हिफाजत के लिए दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने का अधिकार रखता है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को यह भी स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय पायलट को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास दोनों देशों की वायुसेनाओं के बीच भीषण झड़प के बाद विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ लिया। इस झड़प में पाकिस्तान के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया गया और भारतीय वायुसेना को भी अपना एक मिग 21 गंवाना पड़ा।
मंत्रालय ने कहा कि यह स्पष्ट कर किया कि पाकिस्तान सुनिश्चित करे कि उसकी हिरासत में भारतीय रक्षाकर्मी को कोई नुकसान नहीं पहुंचे। भारत उनकी (अपने पायलट) फौरन और सुरक्षित वापसी की भी उम्मीद करता है।
मंत्रालय ने पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ प्रदर्शित की गई अकारण आक्रामकता और भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने तथा सैन्य चौकियों को निशाना बनाए जाने की कोशिशों पर सख्त विरोध दर्ज कराया है।
मंत्रालय ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से संदेश दे दिया गया है कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए ठोस और निर्णायक कार्रवाई करने का अधिकार रखता है।
मंत्रालय ने कहा कि यह संदेश दिया गया है कि भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों से आतंकवाद के खात्मे के लिए फौरन और प्रामाणिक कार्रवाई करेगा।