Joe Biden's statement regarding ceasefire in Gaza : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रमजान के अवसर पर दुनियाभर के मुस्लिम समुदाय को बधाई देते हुए रविवार को दोहराया कि अमेरिका बंधकों की रिहाई संबंधी समझौते के तहत कम से कम 6 सप्ताह के तत्काल युद्ध विराम के लिए अनवरत काम करना जारी रखेगा।
बाइडन ने कहा, अमेरिका बंधकों की रिहाई संबंधी समझौते के तहत कम से कम छह सप्ताह के लिए तत्काल युद्धविराम करने के लिए अनवरत काम करना जारी रखेगा। हम स्थिरता, सुरक्षा और शांति के दीर्घकालिक भविष्य की दिशा में कार्य जारी रखेंगे। इसमें यह सुनिश्चित करने के लिए द्विराष्ट्र समाधान शामिल है कि फलस्तीन और इसराइल के लोगों को समान स्वतंत्रता, सम्मान, सुरक्षा और समृद्धि मिले। स्थाई शांति की ओर यही एकमात्र रास्ता है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका गाजा में जमीन, हवाई मार्ग और समुद्र के माध्यम से अधिक मानवीय सहायता मुहैया कराने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का नेतृत्व करना जारी रखेगा। उन्होंने मुसलमान समुदाय को रमजान की बधाई देते हुए कहा, यह पवित्र महीना चिंतन और पुन: आरंभ का समय है।
युद्ध में 30000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए : इस वर्ष यह महीना अत्यंत पीड़ादायक समय में आया है। गाजा में युद्ध ने फलस्तीनी लोगों को भयानक पीड़ा पहुंचाई है। इस युद्ध में 30000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से अधिकतर आम नागरिक हैं। इनमें हजारों बच्चे भी शामिल हैं। कुछ अमेरिकी मुसलमानों के परिवार के सदस्य हैं, जो आज अपने प्रियजन के जाने के शोक में डूबे हैं।
अमेरिकी नेता ने सात अक्टूबर के हमले के बाद हमास के खिलाफ कार्रवाई के इसराइल के अधिकार के प्रति समर्थन जताया है लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि नेतन्याहू को इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप निर्दोष लोगों की मौत की घटनाओं पर और ध्यान देना चाहिए।
गाजा में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की मौत : बाइडन कई महीनों से कहते आए हैं कि इसराइल गाजा में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की मौत होने के कारण अंतरराष्ट्रीय सहयोग खो सकता है और अमेरिकी समाचार चैनल एमएसएनबीसी के जोनाथन केपहर्ट के साथ हालिया साक्षात्कार में की गई उनकी ताजा टिप्पणी दोनों नेताओं के बीच तनावपूर्ण होते संबंधों की ओर इशारा करती है।
बाइडन ने शनिवार को साक्षात्कार में कहा था कि उन्हें लगता है कि इसराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में हमास के खिलाफ अपने युद्ध के तरीके से इजराइल की मदद करने के बजाय उसे नुकसान पहुंचा रहे हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour