अटारी (अमृतसर)। पाकिस्तान की जेल में छह साल की सजा काटने के बाद मंगलवार शाम भारत लौटे मुंबई निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हामिद अंसारी का अटारी वाघा सीमा पर परिजनों से पुनर्मिलन हुआ।
इससे पहले हामिद (33) को भारत भेजने के लिए मंगलवार को पेशावर की जेल से छोड़ा गया। उसे अफगानिस्तान के जरिये अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसने को लेकर 2012 में गिरफ्तार किया गया था। वह कथित तौर पर ऑनलाइन दोस्त बनी लड़की से मिलने के लिए गया था।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर को फर्जी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने को लेकर एक सैन्य अदालत ने 2015 में तीन साल की सजा सुनाई थी। मुंबई निवासी युवक की सजा की अवधि 15 दिसंबर को समाप्त हो गई थी, लेकिन कानूनी कागजात तैयार नहीं होने के चलते उसकी भारत वापसी नहीं हो सकी थी।
अंसारी से पुनर्मिलन के बाद परिजन बेहद भावकु हो गए। अटारी वाघा सीमा के जरिए जैसे ही उसने भारत की भूमि पर कदम रखा परिजनों ने उसे बाहों में भर लिया।
बढ़ी हुई दाढ़ी और टोपी पहने हामिद को अपनी मां फौजिया को दिलासा देते, उनके आंसू पोंछते हुए देखा गया जो उसे बाहों में भर लगातार चूम रही थी। हामिद अंसारी और उनके परिजनों ने वापसी पर वतन की माटी को चूमा और अपनी दुआओं को कबूल करने के लिए ऊपर वाले का शुक्रिया किया।
हामिद की वतन वापसी से कुछ देर पहले उसकी मां ने पत्रकारों से कहा कि बेटे की सकुशल वापसी को लेकर उसके परिवार और शुभचिंतकों द्वारा मांगी गईं दुआएं कबूल हुईं। उन्होंने कहा कि मैं आज बेहद खुश हूं। मेरे पास अपनी भावनाएं बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पिता निहाल अंसारी ने कहा कि यह हमारे लिए नया सवेरा है। हामिद को अटारी वाघा सीमा पर भारतीय अफसरों को सौंपा गया। बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के बाद वह भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुआ।
भारत वापसी के तुरंत बाद डॉक्टरों द्वारा उसकी चिकित्सीय जांच की गई। इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी आपात यात्रा प्रमाण पत्र पर हामिद भारत में दाखिल हुआ। पेशावर उच्च न्यायालय ने गुरुवार को पाकिस्तान सरकार को अंसारी को भारत भेजने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक माह की मोहलत दी थी।