चिड़िया रानी, चिड़िया रानी,
आ भी जाओ पीने पानी।
छत पर रखे सकोरे मैंने।
आओ नहा लो फैला डैने।
साथ सभी मित्रों को लाना।
पानी पीकर प्यास बुझाना।
मित्र तुम्हारे प्यासे-भूखे।
होंगे कंठ सभी के रूखे।
भरे सकोरे आकर देखो।
जल में चोंच डुबाकर देखो।
कुछ किल्लोल करो पानी में,
मजा आएगा शैतानी में।
धूप देखकर डर मत जाना,
उड़ते-उड़ते छत पर आना।
छाया में सब रखे सकोरे,
पानी पीना धीरे-धीरे।
दादा सोच रहे हैं बैठे,
प्यास बुझे चिड़ियों की कैसे।
दादी ने डाले हैं दाने,
भेजा न्योता तुम्हें बुलाने।