जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवा!
प्रस्तुत गीत में नायिका (पत्नी) नायक (पति) को सम्बोधित करते हुए कहती है जब कोई भी बात बिगड़ जाए अर्थात् कप टूट जाए तो (तुमने) पति ने उसे गलत जगह रख दिया था इसलिए टूट गया।
बच्चे शरारत करें तो उनका दोष भी पति पर डालते हुए कहना कि "तुम पर ही गए हैं"....कहने का आशय यह है कि जब कोई बात बिगड़ जाए तो उसका श्रेय देने के लिए उसे कोई चाहिए और इस काम के लिए पति ही उपयुक्त प्राणी है जिसे हर परिस्थिति में साथ देने का निवेदन नायिका (पत्नी) कर रही है....