श्रीनगर। सुरक्षाबलों ने कश्मीर में आतंकी मारने के पिछले साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। आज मार गिराए गए अल बद्र के दो आतंकियों के साथ ही वर्ष 2018 में मरने वालों का आंकड़ा 218 को पार कर गया। पिछले साल 217 आतंकी मारे गए थे। अभी इस साल के 40 से अधिक दिन बाकी है जिस कारण यह स्पष्ट है कि वर्ष 2010 के बाद मरने वाले आतंकियों का रिकॉर्ड बनेगा। वर्ष 2010 में 270 आतंकी मारे गए थे और वर्ष 2001 में 2850 आतंकियों के मारे जाने का रिकॉर्ड फिलहाल टूट नहीं पाया है।
रविवार सुबह दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। ये मुठभेड़ शोपियां के जैनपोरा के रेबन इलाके में हुई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि इस इलाके में आतंकियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद आतंकियों के पकड़ने के लिए सेना, एसओजी और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने जाल बिछाया।
पुलिस ने बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच दोनों तरफ से मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलिस के मुताबिक दो आतंकियों को मार गिराया गया है। कुछ और आतंकियों के छिपे होने की आशंका को देखते हुए सर्च ऑपरेशन जारी है।
जैसे ही सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया, आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। कई दौरान दोनों ओर से काफी देर तक गोलीबारी होती रही और फिर सेना ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। जम्मू कश्मरी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, घटनास्थल से दोनों आतंकियों के शव को बरामद कर लिया गया है।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों के पास से एक एके-47 और एक पिस्टल बरामद हुई है। मारे गए दोनों आतंकियों की पहचान भी कर ली गई है। इनमें एक का नाम अलबदर नवाज और दूसरे का नाम आदिल बताया जा रहा है।
इससे पहले शनिवार को शोपियां में ही आतंकियों ने दो गांवों से पांच युवकों को अगवा कर लिया था। आतंकियों ने इनमें से 19 साल के युवक की गला रेतकर हत्या कर दी, जबकि दो को रिहा कर दिया। दो युवक अब भी आतंकियों के कब्जे में हैं।
इससे पहले पुलवामा के निकलोरा इलाके में आतंकियों ने नदीम मंजूर नाम के एक छात्र की हत्या कर दी थी। हिज्बुल मुजाहिदीन ने इसका वीडियो भी जारी किया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में आतंकी नदीम मंजूर को गोलियां मारते हुए दिख रहे हैं।