झारखंड के बोकारो के सिवनडीह में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा हो गई। रामनवमी के जुलूस के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने नारेबाजी की। इसके बाद दोनों पक्षों में पथराव और फिर हिंसा हुई। जुलूस में विधायक विरंची नारायण भी शामिल थे।
जुलूस के आगे बढ़ने से पहले ही दूसरे समुदाय के लोगों ने बवाल शुरू कर दिया था। इस दौरान पुलिस और पत्रकारों समेत कई लोग जख्मी हुए हैं। चार वाहन भी लोगों ने फूंके हैं। उत्पातियों ने फायरिंग भी की। हिंसा पर पुलिस ने किसी तरह काबू पाया लेकिन इलाके में तनाव बरकरार है। चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई है।
जुलूस रोकने पर हंगामा : बोकारो के रीतुडीह, बांसगोड़ा, लकड़ीगोला, बारी कोऑपरेटिव कॉलोनी का जुलूस शाम 5 बजे मिलकर रेलवे फाटक के जुलूस के साथ मिलने जा रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों ने सिवनडीह के कर्बला मैदान के पास इन्हें रोक दिया। इसके बाद ही वहां स्थिति बिगड़ गई। एक पक्ष जुलूस आगे ले जाने पर अड़ा था तो दूसरा इसे ले जाने से मना कर रहा था। इसी बीच किसी ने भीड़ पर पत्थर फेंक दिया और देखते ही देखते दोनों तरफ से पत्थरबाजी होने लगी और पूरे इलाके में तनाव फैल गया।
जमशेदपुर में सुरक्षा कड़ी : केरादारी थाने के तहत पांडु चौक में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हुए संघर्ष में कम से कम 12 लोग जख्मी हो गए। बोकारो की घटना में वहां के उपायुक्त समेत दर्जन भर लोग घायल हुए हैं। वहीं हज़ारीबाग के केरेडारी थाना क्षेत्र के पांडू में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
उत्तरी छोटानागपुर रेंज के डीआईजी उपेन्द्र कुमार ने कहा कि हजारीबाग शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर केरादारी में रात साढ़े आठ बजे हुए संघर्ष के दौरान कई घरों और तीन वाहनों में आग लगा दिया गया। कुमार ने कहा कि सभी घायलों को हजारीबाग सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उधर जमशेदपुर में कल आयोजित होने वाले रामनवमी अखाड़ा समारोह के लिए स्टील सिटी और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू ने कहा कि शहर में करीब 20 संवेदनशील स्थानों की पहचान की गई है जहां पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन नजर रख रहा है और पुलिस की तैनाती की गई है। (एजेंसी से इनपुट)